गजलें - रहीम रजा

Webdunia
बुधवार, 9 अप्रैल 2008 (12:08 IST)
1. वह जालीम है इनायत क्या करेंगे
भलाई की हिमायत क्या करेंगे

जो सूरज से हसद रखते हो दिल में
चिरागों की हिफाजत क्या करेंगे

अमीरे शहर से मनसब जो पाएँ
वह मुफलीस की हिमायत क्या करेंगे

अबस ताबीर में उलझे हुए है
वह ख्वाबों को हकीकत क्या करेंगे

रिया के मुक्तदी जब हो गए हम
रजा सच की ईमामत क्या करेंगे।

2. ना मैं मस्जिद बनाता हूँ न मैं मंदिर बनाता हूँ
तकद्दूस को समझता हूँ मुकद्दस घर बनाता हूँ

समझता हूँ जमाने की निगाहों के तग़य्युर को
मुस्व्वीर हूँ सफहे वक्त का मंजर बनाता हूँ।

3. सर होता है हो जाए हवा कुछ नहीं कहते
हम अपनी हकीकत के सिवा कुछ नहीं कहते

जब राह में‍‍ बिछती हो बबूलें तो तड़प कर
ऊफ मेरे खुदा और सिवा कुछ नहीं कह‍ते

बातील की खुशामद के लिए जश्न शब-व-रोज
हक डूब मरा है के तिरा कुछ नहीं कहते

कीमत तुम्हें इक रोज चुकानी है के तुम भी
ज़ालिम को समझते हो बुरा कुछ नहीं कहते

पत्थर पे लुटाते हो अकीदत के गुलिस्ताँ
है धूल में अलमास पड़ा कुछ नहीं कह‍ते

मौसम की तरह तुम भी बदल जाते हो अक्सर
कहती है हवा हम तो रजा कुछ नहीं कहते।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

अगर आप भी बच्चे के बढ़ते वज़न से हैं परेशान तो हो जाइये सावधान, इन बीमारियों का हो सकता है खतरा

क्या आपका बच्चा भी हो रहा है चिड़चिड़ेपन का शिकार तो बच्चे के शरीर में हो सकती है ये कमी

क्या शिशु को रोजाना नहलाना सही है? जानें रोज नहाने से शिशु की हेल्थ पर क्या पड़ता है असर

प्रेग्नेंसी में जंक फूड खाना हो सकता है जोखिम भरा, जानिए हेल्दी स्नैकिंग के 7 आसान टिप्स

बालों में चाहिए सैलून जैसी नमी? अपनाएं ये घरेलू नुस्खा

सभी देखें

नवीनतम

सर्दियों में नाखूनों के रूखेपन से बचें, अपनाएं ये 6 आसान DIY टिप्स

क्या IVF ट्रीटमेंट में नॉर्मल डिलीवरी है संभव या C - सेक्शन ही है विकल्प

कमर पर पेटीकोट के निशान से शुरू होकर कैंसर तक पहुंच सकती है यह समस्या, जानें कारण और बचाव का आसान तरीका

3 से 4 महीने के बच्चे में ये विकास हैं ज़रूरी, इनकी कमी से हो सकती हैं समस्याएं

क्या सच में खड़े होकर पानी पीने से खराब हो जाते हैं घुटने? जानिए सच्चाई