नई शायरी : शर्म से मर जाऊंगा...

Webdunia
FILE

झूठ का लेकर सहारा जो उबर जाऊंगा
मौत आने से नहीं शर्म से मर जाऊंगा

सख्त1 जां हो गया तूफान से टकराने पर
लोग समझते थे कि तिनकों सा बिखर जाऊंगा

है यकीं2 लौट के आऊंगा मैं फतेह3 बनकर
सर हथेली पे लिए अपना जिधर जाऊंगा

सिर्फ जर्रा4 हूं अगर देखिए मेरी जानिब
सारी ‍दुनिया में मगर रोशनी कर जाऊंगा

कुछ निशानात5 हैं राहों में तो जारी है सफर
ये निशानात न होंगे तो किधर जाऊंगा

जब तलक मुझमें रवानी है6 तो दरिया हूं 'अजीज'
मैं समन्दर में जो उतरूंगा तो मर जाऊंगा

1. मजबूत 2. विश्वास 3. विजयी 4. कण 5. चिह्न 6. बहा व

- अजीज अंसारी
Show comments

क्या दूध वाली चाय-कॉफी सेहत को पहुंचा सकती है नुकसान?

गर्मी में वैक्सिंग के बाद दाने और खुजली की समस्या से राहत दिलाते हैं ये नुस्खे

ऑयली स्किन को मॉइश्चराइज और हाइड्रेट रखने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स

गर्मियों में चेहरे को हाइड्रेट रखने के लिए लगाएं गुलाब जल और खीरे से बना फेस मिस्ट

क्या पीरियड्स के दौरान स्तन और बगल में दर्द है चिंता का विषय ?

Tamari और Soy Sauce में क्या है अंतर? जानें बनाने की प्रक्रिया

ये है आज का चटपटा चुटकुला : दो सगे भाइयों के पिता अलग-अलग कैसे ?

खाने में नमक की जगह मिलाएं ये चीज़ें, ब्लड प्रेशर भी रहेगा कम

महंगे हेयर मास्क छोड़ें, घर में रखी इन 5 चीजों से पाएं खूबसूरत बाल!

बाल गीत : पके आम का रस