कबड्डी मैट पर ही दिया धरना तब जाकर मिला गोल्ड, जानिए क्यों 1 घंटे रुका रहा मैच

Webdunia
शनिवार, 7 अक्टूबर 2023 (21:14 IST)
भारत और ईरान के बीच शनिवार को एशियाई खेलों के पुरुष कबड्डी फाइनल मुकाबले के दौरान उस वक्त विवाद पैदा हो गया, जब रेफरी के फैसले के विरोध में खिलाड़ी मैट पर बैठ गए।कबड्डी मैट पर इस तरह का नजारा शायद ही पहले कभी देखा गया था। इस विवाद के कारण चिर-परिचित टीमों के बीच का मुकाबला लगभग एक घंटे तक रुका रहा।

ईरान ने 2018 जकार्ता एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में भारत को हराया था। पवन सहरावत की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने हालांकि शनिवार को फाइनल मैच जीतकर उस हार का बदला चुकता कर लिया।

फाइनल मुकाबले में जब एक मिनट और पांच सेकंड का खेल बचा था तब दोनों टीमों का स्कोर 28-28 से बराबर था। लेकिन आखिरी मिनट में विवाद तब खड़ा हो गया जब भारतीय कप्तान पवन सहरावत करो या मरो वाली रेड के लिए उतरे।

सहरावत किसी खिलाड़ी को छुए बिना लॉबी में (सीमा से बाहर) चले गए। इस दौरान ईरान के अमीरहोसैन बस्तामी और तीन अन्य रक्षक उन्हें बाहर धकेलने की कोशिश की जिसके बाद अंक को लेकर विवाद हो गया।यह स्पष्ट नहीं था कि सहरावत से सफलतापूर्वक निपटा गया था या नहीं और यह भी भ्रम था कि कौन सा नियम लागू किया जाए - पुराना या नया।

भारतीय महिला टीम की कोच कविता सेलवाराज ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जब पवन (सहरावत) ने रेड किया, तो वह लॉबी क्षेत्र में कदम रखने के बाद खुद ही बाहर निकल गया। उसका पीछा करते हुए ईरान के चार खिलाड़ी भी लॉबी एरिया में घुस गए ।’’

लॉबी नियम के अनुसार अगर कोई रेडर सीमा से बाहर चला जाता है और डिफेंडर भी लॉबी क्षेत्र में उसका पीछा करता है, तो उसे (डिफेंडर को) भी बाहर कर दिया जाता है।कविता ने कहा,‘‘ अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ (आईकेएफ) के नियमों के तहत, भारतीय टीम को चार अंक और ईरान को एक अंक मिलना था, लेकिन रेफरी ने केवल एक-एक अंक दिया।’’

इस लॉबी नियम को पिछले साल प्रो कबड्डी लीग (PKL) में हटा दिया गया था और लॉबी में रेडर का पीछा करने वाले डिफेंडर को अब बाहर नहीं किया जाता है। लेकिन आईकेएफ नियम पुस्तिका लॉबी नियम अभी भी में बना हुआ है।(भाषा)<>

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