यूडीएफ और एलडीएफ के बीच समझौते की राजनीति : मोदी

Webdunia
रविवार, 8 मई 2016 (14:58 IST)
कासरकोड (केरल)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि केरल में अब तक यूडीएफ और एलडीएफ की समझौते और अनुबंध की राजनीति का शासन रहा है और दोनों ही पक्षों ने राज्य के शिक्षित मतदाताओं का अपमान किया है।
 
मोदी ने यहां एक चुनावी सभा में कहा कि केरल में राजनीति का एक नया मॉडल आया है। यह एक-दूसरे को बचाने के लिए तालमेल, समझौते, भ्रष्टाचार और अनुबंध की राजनीति है। 
 
राज्य में एलडीएफ और यूडीएफ दोनों पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि यूडीएफ और एलडीएफ के बीच करार का शासन है। 5 साल तक तुम शासन करो और अगले 5 साल हम शासन करेंगे, इसी तरह से ये दोनों मोर्चे राज्य की सत्ता में लौटते रहे हैं।
 
आगामी 16 मई को केरल में होने जा रहे चुनाव के प्रचार के दूसरे चरण की शुरुआत करते हुए मोदी ने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और माकपा के बीच के गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों ही दल केरल के शिक्षित लोगों का अपमान कर रहे हैं और लोगों को दोनों दलों की तालमेल की राजनीति को समझना चाहिए।
 
मोदी ने माकपा की हिंसा की राजनीति पर भी हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए मार्क्‍सवादी पार्टी के नेतृत्व वाले एलडीएफ की ओर से बनाए गए उम्मीदवार कई वर्ष पहले थालासेरी में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या के मामले में आरोपी हैं।
 
उन्होंने कहा कि केरल में कांग्रेस के नेता माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा की जाने वाली हिंसा की बात करते हैं लेकिन जब वे पश्चिम बंगाल में जाते हैं तो कहते हैं कि सिर्फ कम्युनिस्ट लोग ही पश्चिम बंगाल को बचा सकते हैं।
 
मोदी ने कहा कि मैं राज्य के शिक्षित लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या वे एक ही समय पर दो जगहों पर दो भाषाएं बोलने वाले दलों पर यकीन करेंगे?
 
उन्होंने कहा कि यह चुनाव इस बारे में नहीं है कि केरल में सरकार कौन बनाएगा। यह इस बारे में है कि केरल को कौन बचाएगा और कौन केरल के युवाओं को रोजगार देगा और कौन उनके भविष्य को सुरक्षित बनाएगा? (भाषा) 
Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख