कन्या राशि और वर्ष 2013

कन्या राशि और वर्ष 2013 का भविष्यफल

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
FILE

कन्या- इस राशि व लग्न वालों का स्वामी बुध अपनी उच्च राशि में होता है। ऐसे जातक मध्यम कदकाठी के होकर शर्मीले स्वभाव के होते हैं। यह लेखक, क्लर्क, लिखा-पढ़ी से संबंध रखने वाले, सेल्समैन, कमिशन एजेंट भी हो सकते हैं। शेष बुध की स्थिति पर निर्भर है।

शुभ रत्न- पन्ना शुभ रंग- हल्का हरा।

सेहत- स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष साधारण रहेगा। खानपान के मामलों में संभल कर चलना होगा। किसी भी प्रकार से लापरवाही से बचें।

दांपत्य जीवन- घर-परिवार की दृष्टि से समय उत्तम है। मातृ पक्ष का सहयोग मिलेगा। दांपत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा।

व्यवसाय- व्यापार-व्यवसाय के मामलों में सहयोग द्वारा सफलता मिलेगी। ध्यान रहे व्यापार में नवीन कार्य से बचकर ही चलें या किसी योग्य व्यक्ति की सलाह लें।

नौकरीपेशा- नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष मिलाजुला रहेगा। आप जितनी अधिक मेहनत करेंगे, उतना अधिक लाभ पाने में समर्थ होंगे।

शत्रु पक्ष- कोर्ट कचहरी संबंधित समस्या हो तो अपने विवेक द्वारा ही सुलझाने में समर्थ होंगे। शत्रु पक्ष पर सावधानी रखना होगी।

नए साल में कन्या राशि के सितार े


नए साल में कन्या राशि के सितारे

जनवरी- व्यवसाय में समय सुखद रहेगा। संतान का सहयोग मिलने से प्रसन्नता रहेगी। सोचे कार्य बन जाने से राहत महसूस करेंगे। पारिवारिक मामलों में सहयोग मिलेगा। शुभ कार्य संभव है।

फरवरी- विद्यार्थी वर्ग के लिए समय उत्तम है। मनोरंजन के मामलों में खर्च होगा। वाद-विवाद या प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होंगे। शत्रु पक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। स्वास्थ्य ठीक रहेगा। स्त्री पक्ष से लाभ होगा।

मार्च- दैनिक जीवन के आवश्यकताओं की पूर्ति होगी। दांपत्य जीवन में मधुर वातावरण बना रहेगा। स्वास्थ्य में मिलीजुली स्थिति रहेगी। शत्रु पक्ष में सतर्कता रखें। मित्र वर्ग का सहयोग लेकर चलें।

अप्रैल- परिश्रम द्वारा ही आप अपने कार्य में सफल हो सकते हैं। दांपत्य जीवन में मिलीजुली स्थिति रहेगी। कौटुंबिक मामलों में सावधानी रखना होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। खर्च अधिक रहेगा।

मई- जोखिम के कार्य में हाथ ना डालें। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। वाहनादि सावधानी से चलाएं। भाग्य का साथ मिलने से कुछ राहत भरी सांस लेंगे। पारिवारिक मामलों में समय ठीक रहेगा।

जून- पिछले समय से चली आ रही परेशानियां दूर होकर प्रसन्नता रहेगी। सोचे कार्य कुछ प्रयास द्वारा सफल होंगे। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति का वातावरण रहेगा।

जुलाई- थोड़ी समझदारी से चलें तो मास अनुकूल कहा जा सकता है। नौकरीपेशा के लिए समय ठीक-ठाक रहेगा। परिवारिक मामलों में समय उत्तम रहेगा। सोचे कार्य भी बनेंगे।

अगस्त- दैनिक व्यापार-व्यवसाय में समय अनुकूल रहेगा। दांपत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। नौकरीपेशा लाभांवित होंगे। पिता का भी सहयोग मिलेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे।

सितंबर- आप अपने महत्वपूर्ण कार्य में सफल होंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से समय अनुकूल रहेगा। पारिवारिक सुख शांति बनी रहेगी। व्यवसाय में प्रगति होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।

अक्टूबर- बाहरी मामलों में व्यस्तता रहेगी। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा भी संभव है। धन कुटुंब के मामलों में थोडी़ सावधानी रखना होगी। वाणी में संयम बरतना होगा। पराक्रम में वृद्धि होगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।

नवंबर- स्त्री पक्ष का सहयोग मिलने से कार्य में प्रगति के साथ आर्थिक लाभ भी रहेगा। बचत के योग भी हैं। वॉक चातुर्य से महत्वपूर्ण कार्य बनेंगे। मकान भूमि संबंधित मामलों में सफलता मिलेगी। शत्रु प्रभावहीन होंगे।

दिसंबर- इस मास कुछ विशेष कार्य बनेंगे। मन प्रसन्न रहेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। मातृ पक्ष का सहयोग लाभकारी रहेगा। संपति के मामलों में समय उत्तम है। दांपत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा।
Show comments

Graho ki parade : जून माह में 6 ग्रहों की होगी परेड, आकाश में दिखाई देगा अद्भुत नजारा

Swapna shastra: सपने में यदि दिखाई दें ये 5 घटनाएं तो समझो भाग्य खुल गए

Nautapa 2024: नौतपा यदि तपे नहीं या लू नहीं चले तो क्या होगा नुकसान?

Shani vakri : शनि हो रहे हैं वक्री, ये राशियां रहें संभलकर, साढ़ेसाती का भी होगा भयानक असर

Nautapa 2024: नौतपा में यदि ये 4 पेड़- पौधे लगा दिए तो जीवन में कभी धन की कमी नहीं रहेगी, कुंडली के ग्रह भी होंगे मजबूत

Lok Sabha election results 2024: 4 जून लोकसभा रिजल्ट के बारे में क्या कहते हैं देश के जानेमाने ज्योतिष

Apara ekadashi : अपरा एकादशी व्रत रखने का क्या है महत्व?

June 2024 Vrat Tyohar: जून 2024 के व्रत एवं त्योहारों की लिस्ट

Budh Gochar : बुध का गोचर शुक्र की राशि में होने से 3 राशियों का भविष्य चमक जाएगा

Bada Mangal : कब है पहला बड़ा मंगल, जानिए महत्व और पूजा विधि