2015 : इस वर्ष कैसी होगी आपकी आर्थिक स्थिति

पं. उमेश दीक्षित
वर्ष 2015 और धन के सितारे : जानिए कैसा होगा यह साल



 
मेष राशि- इस वर्ष के जातक सफलता व सुख-समृद्धि पाएंगे। कारोबार में नए उपक्रमों की शुरुआत होगी। यह वर्ष कार्यसिद्धि का है, प्रयास करें। वरिष्ठ व्यक्तियों का सहयोग प्राप्त होगा। साझेदारी में कुछ मतभेद हो सकते हैं। व्यवसाय का विस्तार सुख-शांति देगा। नई भूमि, भवन व मशीनरी की खरीदी होगी। राजकीय सहयोग मिलेगा। धनलाभ के अवसर मिलेंगे। 
 
 

 


वृषभ राशि- यह वर्ष उथल-पुथल वाला रहेगा। व्यवसाय में कमोबेश कम सफलता मिलेगी। कोई साइड बिजनेस करना पड़ेगा जिससे लाभ होगा। बिजली, पानी, श्रमिकों की समस्या पूरे वर्ष रहेगी। उत्तरार्ध में कुछ शांति मिलेगी। आकस्मिक धन प्राप्ति हो सकती है। मशीन, वाहन आदि पर खर्च होगा। किसी वरिष्ठ व्यक्ति की सलाह से समस्याओं से निजात मिलेगी। अहं न पालकर सलाह लें। वर्षांत में लाभ की स्‍थिति बनेगी। बीच में कभी-कभी अधिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। परिश्रम अधिक करना पड़ेगा।
 
 


 
मिथुन राशि- व्यवसाय में कोई बड़ा रद्दोबदल हो सकता है। किसी नजदीकी व्यक्ति के सहयोग से बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। व्यापारिक देनदारियां समाप्त करने का समय है, प्रयास करें। अपने विवेक से कार्य करें। दूसरों से आगे निकल सकते हैं। रुका हुआ धन इस वर्ष प्राप्त होगा। पुरानी पैतृक संपत्ति भी मिल सकती है। घर में कोई दूसरा कार्य प्रारंभ होने से आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। इस वर्ष कई नई सौगातें मिलने से समृद्धि बढ़ेगी।
 
 


 


कर्क राशि- व्यवसाय में वृद्धि निश्चित है। शेयर बाजार में भी सफलता के योग हैं। व्यवसाय के लिए भूमि-भवन व मशीनरी आदि की प्राप्ति सुगम होगी। व्यवसाय में निर्यात से भारी लाभ होगा। साझेदारी तथा पारिवारिक विवाद कुछ समस्या उत्पन्न कर सकता है, लेकिन धैर्य से मामले सुलझ जाएंगे। व्यवसाय के लिए कर्ज इत्यादि सुगमता से होंगे तथा उनकी वापसी की समस्या भी नहीं रहेगी।
 
 


 


सिंह राशि- यह वर्ष काफी कशमकश वाला रहेगा। औद्योगिक व व्यवसाय वृद्धि के लिए अवसर प्राप्त होंगे। राज्य की ओर से सहायता नहीं मिलेगी। कुछ नए उपक्रमों की योजना बनेगी जिसके लिए धैर्य व विवेक की आवश्यकता होगी। बाहरी मदद से आर्थिक स्‍थिति सुदृढ़ हो सकती है। शेयर मार्केट से लाभ होगा। रुके हुए कार्यों में गति आएगी। साझेदारी में तनाव रहेगा। कारोबार में वृद्धि के लिए बड़े खर्च सामने आएंगे। भूमि-भवन, मशीनरी आदि पर खर्च होगा।
 
 


 


कन्या राशि- यह वर्ष कारोबार व लाभ की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। नई योजनाएं प्रभावकारी होंगी। राजनीतिक सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे। निवेश विशेष लाभ देगा। कारोबार की सीमा काफी बाहर तक रहेगी। फिर भी मनोनुकूल परिणाम सामने नहीं आएंगे। पुरानी संपत्ति बेचकर नई संप‍‍त्ति जो कारोबार की दृष्टि से उपयोगी होगी, की खरीदी हो सकती है। कार्य का विभाजन हो सकता है। साझेदारी में दरार पड़ सकती है। पुरुषार्थ काफी करना पड़ेगा, फिर भी कारोबारी क्षमता पर वित्तीय व्यवस्था की दिक्कत जाएगी। नई संपत्ति पर खर्च होगा।
 
 


 


तुला राशि- इस वर्ष लाभ-हानि का मिला-जुला प्रभाव रहेगा। एकाग्रता व परिश्रम से लाभ की स्थिति में वृद्धि होगी। शेयर बाजार व कृषि से लाभ होगा। नए उपक्रमों के लिए वित्तीय व्यवस्था होगी। उत्तरार्ध में परिणाम सामने आएंगे। रुका हुआ धन प्राप्ति का योग है, प्रयास करें। भवन-भूमि व मशीनादि पर व्यय होगा। कुछ अवरोध सामने आएंगे, किंतु अंत में सफलता मिलेगी। विवेक व साहस से किए गए प्रयास निश्चित सफलता देंगे।
 
 


 

वृश्चिक राशि- यह वर्ष कुछ दिक्कतों के साथ व्यवसाय में चहुंमुखी विकास कराएगा। भूमि-भवन संबंधी समस्याएं जाएंगी। उद्योगों की वृद्धि होगी। भवन, भूमि व मशीनरी में बड़े परिवर्तन करना पड़ सकते हैं, जो समय की आवश्यकता होगी। कुछ बदलाव कर खर्च में कमी की जा सकेगी। वित्तीय व्यवस्थाएं सुगमता से होंगी। लाभ का प्रतिशत अधिक होगा। आर्थिक ढांचा मजबूत होगा। देनदारी कम होगी।
 
 


 


धनु राशि- रुकावटें एक के बाद एक आएंगी, लेकिन पुरुषार्थ व वाणी बुद्धि के चातुर्य से उन पर विजय मिलेगी। पुरानी योजनाओं का लाभ इस समय मिलेगा। नए अनुबंध होंगे। साझेदारी में सकारात्मक सहयोग मिलेगा। जमा-पूंजी में वृद्धि होगी। कारोबार विस्तार पर बड़े-बड़े खर्च होंगे, जो भविष्य में बड़े लाभ देंगे। प्रतिद्वंद्वी पीठ के पीछे से वार करेंगे। सावधानी आवश्यक है। कुल मिलाकर विवेक से कार्य लाभ बढ़ाएगा।
 
 


 


मकर राशि- इस वर्ष अपनी क्षमता के बाहर जाकर कार्य करना आपको भारी पड़ सकता है। समस्याएं आएंगी, लेकिन उनका निराकरण भी होगा। विज्ञान के साधनों से उन्नति के योग हैं। व्यवसाय की प्रगति के लिए कई नए उपकरणों पर भारी खर्च हो सकता है। राजनीतिक सहयोग कार्य को गति देगा। संपर्कों का लाभ समय-समय पर मिलेगा। नई संपत्ति की खरीदी हो सकती है। भूमि-भवन की उपयोगिता बढ़ाने के लिए खर्च हो सकता है। कार्य परिवर्तन के विचार भी उत्तरार्ध में आ सकते हैं।
 
 


 


कुम्भ राशि- यह वर्ष कारोबारी क्षमता को बढ़ाएगा। रुका हुआ धन या कोई संपत्ति की प्राप्ति होगी। नए उपक्रमों की प्रगति उत्तरोत्तर होगी। राजकीय सहयोग से लाभ के अवसर बढ़ेंगे। साझेदारी सफल रहेगी। वित्तीय संसाधनों को जुटाने में सुगमता होगी। आय के कई साधन हो सकते हैं, जो धनप्राप्ति में तथा नई संपत्ति की खरीदी में सहयोग करेंगे। देनदारी से निजात मिल सकती है। कुल मिलाकर यह वर्ष लाभकारी रहेगा।
 
 

 


मीन राशि- कारोबारी क्षेत्र में विस्तार होगा। नवीन मशीनरी व वाहन की खरीदी पर व्यय होगा। साझेदारी सफल रहेगी। राजनीतिक लाभ होगा। निवेश लाभकारी रहेगा। मांग और पूर्ति में सामंजस्य बैठाना पड़ेगा, वरना हानि हो सकती है। दूरदर्शिता से कार्य लाभ देंगे। स्थान परिवर्तन भी हो सकता है। पैतृक संपत्ति के मिलने के योग हैं। संपर्कों का लाभ मिलेगा। वरिष्ठ व विशिष्ट व्यक्ति की सलाह से कार्य लाभ को बढ़ाएगा।

 
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