जानिए, मेष राशि का संपूर्ण वार्षिक भविष्यफल

आचार्य डॉ. संजय
मेष राशि : वार्षिक भविष्यफल 2015 
 

 

मेष राशि के जातकों को इस वर्ष अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। इसका कारण है उनकी राशि में शनिदेव का प्रकोप सेहत के लिए हानिकारक योग बना रहे हैं। शनि का ढैय्या बार-बार नई समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। चोट आदि का भय भी रहेगा। वाहन प्रयोग में सावधानी रखें एवं विवादों से दूर रहने का प्रयास करें। 
 
इस राशि के जातक को परिवार पूर्णत: सहयोग प्रदान करेगा। परंतु निकट रिश्तेदारों से निराशा मिलेगी। जीवन साथी अनुकूल रहेगा एवं मनोबल बढ़ाने वाला होगा। दूर के रिश्तेदारों से मुलाकात संभव है एवं घर में चहल-पहल रहेगी। मित्र व सहयोगियों से धोखा भी मिल सकता है।
 
नौकरी करने वाले जातकों का मन अस्थिर रहेगा। शनि का ढैय्या होने से बार-बार परिवर्तन करने का मन बनेगा, किंतु इससे बचना श्रेष्ठ रहेगा। कार्यस्थल पर विवाद बढ़ सकते हैं। नौकरी में स्थानांतरण के योग भी बनेंगे। उच्च अधिकारी परेशानी उत्पन्न कर सकते हैं।
 
व्यवसाय करने वाले जातकों को इस वर्ष में निवेश आदि के लिए पूर्णत: सावधान रहना होगा एवं वे अपने जीवन साथी को बिना बताए कोई कार्य नहीं करें। यदि व्यापार वृद्धि का विचार हो तो अभी अनुकूल समय नहीं है। अपनी योजनाएं व गुप्त व्यापारिक बातें दूसरों को कदापि न बताएं।  

ऐसी और खबरें तुरंत पाने के लिए वेबदुनिया को फेसबुक https://www.facebook.com/webduniahindi पर लाइक और 
ट्विटर https://twitter.com/WebduniaHindi पर फॉलो करें। 

Show comments

ज़रूर पढ़ें

जगन्नाथ रथयात्रा 2025: क्या है जगन्नाथ मंदिर का इतिहास, कितना प्राचीन है यह मंदिर?

12 साल बाद मिथुन में गुरु और सूर्य की युति पर राहु की नजर से होगा 3 राशियों को लाभ, 5 राशियों को नुकसान

इजराइल- ईरान युद्ध के बीच बाबा वेंगा की इस भविष्यवाणी से डर गई है दुनिया

क्या पहले होती थी जगन्नाथ पुरी में प्रभु श्रीराम की पूजा?

इक्ष्वाकु वंश के कुल देवता भगवान जगन्नाथ के धाम को क्यों माना जाता है चार धामों में सबसे खास?

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: इन 3 राशियों के लिए लाभदायक रहेगा आज का दिन, जानें 27 जून का दैनिक राशिफल

27 जून 2025 : आपका जन्मदिन

27 जून 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

श्रावण के साथ ही शुरू होगी कावड़ यात्रा, जानें क्या करें और क्या न करें

गुप्त नवरात्रि में कौन से मंत्र पढ़ने चाहिए?