अक्षय तृतीया 2018 : जीवन में चमत्कार करेंगे ये 14 तरह के दान...

Webdunia
वैशाख मास में सूर्य की तेज धूप और गर्मी चारों ओर रहती है और यह आकुलता को बढ़ाती है तो इस तिथि पर शीतल जल, कलश, चावल, चना, दूध, दही आदि खाद्य पदार्थों सहित वस्त्राभूषणों का दान अक्षय व अमिट पुण्यकारी होता है। अगर अक्षय तृतीया के दिन दान को श्रेष्ठ माना गया है। माना जाता है कि जो लोग इस दिन अपने सौभाग्य को दूसरों के साथ बांटते हैं वे ईश्वर की असीम अनुकंपा पाते हैं। 
 
इस दिन दिए गए दान से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। सुख समृद्धि और सौभाग्य की कामना से इस दिन शिव-पार्वती और नर नारायण की पूजा का विधान है। चूंकि तृतीया मां गौरी की तिथि है कि इस दिन गृहस्थ जीवन में सुख-शांति की कामना से की गई प्रार्थना तुरंत स्वीकार होती है। गृहस्थ जीवन को निष्कंटक रखने के लिए इस दिन उनकी पूजा की जाना चाहिए।
 
अक्षय तृतीया के दिन यह 14 दान है महत्वपूर्ण : 
1. गौ, 
2. भूमि, 
3. तिल, 
4. स्वर्ण, 
5. घी, 
6. वस्त्र, 
7. धान्य, 
8. गुड़, 
9. चांदी, 
10. नमक, 
11. शहद, 
12. मटकी, 
13 खरबूजा 
14. कन्या। 
 
इस दिन इन 14 तरह के दान का विशेष महत्व माना गया है। सुख, प्रसन्नता, वैभव, शांति, स्नेह, पराक्रम, यश, सौभाग्य में आश्चर्यजनक श्रीवृद्धि होगी। अगली तृतीया तक इस दान के चमत्कार को आप स्वयं महसूस कर सकते हैं।  

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि के पहले दिन भूलकर भी न करें ये 10 काम, बढ़ सकती हैं परेशानियां

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि में कम करना चाहते हैं वजन, तो भूलकर भी ना खाएं ये 6 चीजें

Chaitra navratri diet: नवरात्रि में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल? जानें सही डाइट टिप्स

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

29 मार्च को बन रहे हैं षष्टग्रही योग, रहें सावधान, करें 6 उपाय

सभी देखें

नवीनतम

28 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

28 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

गुड़ी पड़वा पर कैसे बनाएं और सजाएं गुड़ी, जानें क्या है जरूरी सामग्री?

13 वर्षों बाद बनेगा रामनवमी पर दुर्लभ 'रविपुष्य योग'

Chaitra Navratri 2025 Ghatasthapana: चैत्र नवरात्रि घट स्थापना और अखंड ज्योति मुहूर्त

अगला लेख