Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आजमाएं मोटिवेशन के साथ ज्योतिष के भी उपाय

हमें फॉलो करें आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आजमाएं मोटिवेशन के साथ ज्योतिष के भी उपाय
, सोमवार, 29 नवंबर 2021 (14:26 IST)
ज्ञान, योग्यता और कार्य कुशलता तो कई लोगों में होती है परंतु आत्मविश्‍वास नहीं है तो वे जीवन में कुछ नहीं कर पाते हैं। आत्मविश्‍वास के दम पर आप हर तरह की सफलता प्राप्त कर सकते हो। आत्मविश्‍वास बढ़ाने के लिए जहां मोटिवेशन टिप्स की जरूरत होती है वहीं यदि आप ज्योतिष के कुछ उपाय करेंगे तो भी आपको लाभ मिल सकता है। आप ये उपाय आजमा कर देंखे।
 
 
1. मंगल को करें मजबूत : साहस और पराक्रम का ग्रह मंगल होता है। यह व्यक्ति में आत्मविश्वास जागृत करता है। यदि आपकी कुंडली में यह ग्रह खराब है तो इसके लिए किसी ज्योतिष की सलाह पर मूंगा धारण करें। नहीं तो प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें। यह भी कहा जाता है कि पेट खराब होने से रक्त खराब होता है और रक्त के खराब होने से मंगल खराब। इसलिए खानपान पर ध्यान दें, आंखों में सुरमा लगाएं और नियमित कसरत करें।
 
2. सूर्य को करें मजबूत : सूर्य ग्रह से शारीरिक और मानसिक शक्ति का विकास होता है। सूर्य को अनुकूल बनाने के लिए नियमित रूप से सूर्य देव को अर्घ्‍य दें। किसी ज्योतिष की सलाह पर माणिक्य रत्न पहनें। यह मूंह में बार बाल थूंक आता, बलगम आया या बोलते वक्त थूक उड़ता है तो सूर्य खराब समझो। ऐसे में थोड़ा थोड़ा गूढ़ खाते रहें और धूप सेंकते रहें।
 
3. बुध ग्रह को करें मजबूत : ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी और चातुर्य का कारक माना गया है। यदि कुंडली में बुध कमजोर हैं तो इसे मजबूत करने के लिए प्रत्येक बुधवार को गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए। माता दुर्गा या गणेश भगवान की पूजा करनी चाहिए। किसी ज्योतिष की सलाह पर नाक छिदवाकर उसमें चांदी का तार 43 दिन तक के लिए डालना चाहिए। पन्ना रत्न पहना चाहिए।
 
4. रूद्राक्ष की माला : कहते हैं कि रुद्राक्ष की माला पहनने से भी रक्त संचार सुचारू रूप से चलता है और इससे पहनने से आत्मविश्‍वास में भी बढ़ोतरी होती है। 1 या 11 मुखी रुद्राक्ष पहनना अच्छा माना गया है, परंतु फिर भी आप किसी ज्योतिष से पूछकर ही यह पहनें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Surya Grahan : 4 दिसंबर 2021 को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण, कब से कब तक है जानिए टाइमिंग, मंत्र और नियम