जानिए क्या लेकर आए हैं अगस्त 2016 के कार्य-सिद्धि योग...

आचार्य डॉ. संजय
* अगस्त माह के शुभ-अशुभ योग


 
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्‍पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं।

अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं अगस्त 2016 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें - 

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जानिए क्या लेकर आए हैं अगस्त 2016 के कार्य-सिद्धि योग... 
 
कार्य-सिद्धि योग
 
दिनांक समय
01 अगस्त  देर रात्रि 02.09 से 05.28 तक
02 अगस्त  देर रात्रि 01.52 से देर रात्रि 05.28 तक
07 अगस्त  समस्त
11 अगस्त  सायं 05.44 से देर रात्रि 05.33 तक
12 अगस्त  प्रात: 05.33 से रात्रि 08.17 तक
14 अगस्त  प्रात: 05.34 से रात्रि 11.47 तक
21 अगस्त  प्रात: 05.37 से सायं 06.46 तक
23 अगस्त  प्रात: 05.38 से दिन 03.13 तक
24 अगस्त  दोपहर 01.34 से देर रात्रि 05.38 तक
29 अगस्त  प्रात: 09.03 से देर रात्रि 05.40 तक
30 अगस्त प्रात: 09.13 से देर रात्रि 05.41 तक

 
अमृत सिद्धि योग

07 अगस्त 
प्रात: 06.29 से देर रात्रि 05.31 तक
23 अगस्त  प्रात: 05.38 से दिन 03.13 तक

सर्वदोषनाशक रवि योग
 
05 अगस्त  देर रात्रि 04.26 से 07 अगस्त प्रात: 06.29 तक।
08 अगस्त  प्रात: 09.01 से 09 अगस्त दिन 11.53 तक।
11 अगस्त  सायं 05.44 से 12 अगस्त रात्रि 08.17 तक।
15 अगस्त  रात्रि 12.34 से 16 अगस्त सायं 06.42 तक।
16 अगस्त सायं 06.42 से 17 अगस्त रात्रि 12.17 तक।
23 अगस्त  दिन 03.13 से 24 अगस्त दिन 01.34 तक।
 
 
 
शेष योग अगले पृष्ठ पर.... 

द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग
 
09 अगस्त  प्रात: 08.14 से दिन 11.53 तक

त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग

20 अगस्त  प्रात: 5.37 से दिन 10.45 तक
28 अगस्त  दोपहर 03.22 से देर रात्रि 05.40 तक

विघ्नकारक भद्रा योग 

01 अगस्त  सूर्योदय से दोपहर 03.56 तक
06 अगस्त  दोपहर 03.19 से देर रात्रि 04.05 तक
10 अगस्त  प्रात: 10.39 से रात्रि 11.50 तक
13 अगस्त  देर रात्रि 05.04 से 14 अगस्त सायं 05.32 तक
17 अगस्त  सायं 04.28 से देर रात्रि 03.43 तक
20 अगस्त  रात्रि 09.32 से 21 अगस्त प्रात: 08.18 तक
23 अगस्त  रात्रि 12.39 से 24 अगस्त दिन 11.27 तक
26 अगस्त  देर रात्रि 05.26 से 27 अगस्त दिन 04.38 तक
30 अगस्त  दोपहर 02.03 से देर रात्रि 02.04 तक।

पंचक 

18 अगस्त  दोपहर 11.53 से 22 अगस्त को सायं 04.58 तक

 
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