Bada Mangal : इस शुभ योग में मनाया जाएगा बड़ा मंगल, जानें क्यों मनाते हैं?

WD Feature Desk
शनिवार, 25 मई 2024 (18:29 IST)
Highlights : 
 
बड़ा मंगल क्यों मनाया जाता है।  
बड़ा मंगल/ बुढ़वा मंगल को क्‍यों कहते हैं।  

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Bada Mangal 2024 : हिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष 2024 में  24 मई, शुक्रवार के दिन से ज्येष्ठ महीने का प्रारंभ गया है। और इस बार श्री बजरंगबली के पूजन के स्वरूप में बड़ा मंगल मनाया जाएगा।  
 
हिन्दू कैलेंडर की मानें तो इस बड़ा मंगल पर बहुत ही शुभ योग बना  हैं, जो कि ब्रह्म योग  के नाम  जा रहा है। बता दें कि यह योग बहुत ही शुभ  माना रहा हैं। 
 
इस साल 28 मई को जो ब्रह्म योग बन रहा है उस की शुरुआत सुबह 04 बजकर 27 मिनट पर होकर रात्रि 02 बजकर 05 मिनट पर समाप्त होगी। अतः इस बार का पहला बड़ा मंगल व्रत बहुत शुभ होगा।  
 
क्यों मनाते हैं बड़ा मंगल, जानें इतिहास : 
 
तो बड़ा मंगल मनाने का इतिहास रामायण और महाभारत काल से जुड़ा हुआ माना जाता है। मान्‍यतानुसार एक बार वन में घूमते हुए हनुमान जी की भेंट प्रभु श्री राम से एक पुरोहित के रूप में हुई थीं और उसी दिन भी ज्‍येष्‍ठ माह का मंगलवार था।
 
इसी कारण पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बड़ा मंगल महाभारत और रामायण काल से जुड़ा हुआ माने जाने के कारण ही इस दिन हनुमान जी कआ पूजन करना बहुत शुभ कहा गया है।  साथ ही इस दिन भगवान श्री राम की भी उपासना की जाती है।  इस कथा के अनुसार जब भीम को अपनी शक्तियों पर बहुत घमंड हो गया था तब हनुमान जी ने मंगलवार के दिन ही बूढ़े वानर का रूप धारण करके भीम का घमंड चूर-चूर करके उसे हरा दिया था। अतः तभी से इस दिन को बूढ़ा या बुढ़वा मंगल के नाम से मनाया जाने लगा।
 
एक वहीं रामायण काल में एक बार सीता मां को खोजते हुए जब हनुमानजी लंका पहुंचे तो रावण ने बंदर कहकर उनका अपमान किया। रावण के घमंड को चकनाचूर करने के लिए भी हनुमानजी ने वृद्ध वानर का रूप धारण किया था। बजरंगबली ने विराट रूप धारण किया था और अपनी पूंछ से लंका को जलाकर लंकापति रावण का घमंड चकनाचूर किया था।
 
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