हर ग्रह और देवता के लिए बांधेंगे एक खास रंग का रक्षासूत्र, तो होगी 10 दिशाओं से सुरक्षा

Webdunia
Raksha Sutra
 
हिन्दू धर्म में बहुधा जातक हाथ पर मौली, कलावा, रक्षासूत्र या पवित्र बंधन बांधते हैं, यह रक्षासूत्र होता है जो जातक को उसकी राशि और ईष्ट देवता के अनुसार बांधा जाता है। यह अक्सर जातकों के ऊपर आने वाली कठिनाइयों और पीड़ाओं का शमन भी करता है, साथ ही भयंकर संकटों से भी बचाता है। 
 
उदाहरण स्वरूप बच्चों के हाथों या गले में काला धागा बांधा जाता है जो उन्हें बुरी नजर से बचाता है। उसी प्रकार अन्य रंग के सूत्र भी कई प्रकार की बाधाओं और मुसीबतों से रक्षा करते हैं, परंतु हर जातक को अपने ईष्ट देव, ग्रह-नक्षत्र के अनुसार ही रंग का चयन करना चाहिए। 
 
आइए जानते हैं कि कौन-सी राशि या देवता के लिए किस रंग का धागा/रक्षासूत्र बांधा जाना चाहिए। 
 
* शनि की कृपा के लिए नीले रंग का सूती धागा बांधना चाहिए।
 
* बुध के लिए हरे रंग का सॉफ्ट धागा बांधना चाहिए।
 
* गुरु और विष्णु के लिए हाथ में पीले रंग का रेशमी धागा बांधना चाहिए।
 
* शुक्र या लक्ष्मी की कृपा के लिए सफेद रेशमी धागा बांधना चाहिए।
 
* चंद्र और शिव को प्रसन्न करने हेतु शिव की कृपा या चंद्र के अच्छे प्रभाव के लिए भी सफेद धागा बांधना चाहिए।
 
* राहु-केतु और भैरव को मनाने के लिए और इनकी कृपा के लिए काले रंग का धागा बांधना चाहिए।
 
* मंगल और हनुमान- भगवान हनुमान या मंगल ग्रह की कृपा के लिए लाल रंग का धागा हाथ में बांधना चाहिए।

ALSO READ: इन 15 लक्षणों से जानिए सूर्य देने वाला है अशुभ फल

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Jupiter Transit 2024 : वृषभ राशि में आएंगे देवगुरु बृहस्पति, जानें 12 राशियों पर क्या होगा प्रभाव

Politicians zodiac signs: राजनीति में कौनसी राशि के लोग हो सकते हैं सफल?

Budh margi: बुध के मार्गी होने पर इन राशियों की नौकरी में होगा प्रमोशन

Parashurama jayanti 2024: भगवान परशुराम जयंती कब है, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Shukra asta 2024 : शुक्र के अस्त होते ही 3 राशियों वालों को मिलेगा अचानक से धन

अब कब लगने वाले हैं चंद्र और सूर्य ग्रहण, जानिये डेट एवं टाइम

वर्ष 2025 में क्या होगा देश और दुनिया का भविष्य?

Aaj Ka Rashifal: आज इन 4 राशियों को मिलेगा कार्यक्षेत्र में लाभ, जानें 26 अप्रैल का भविेष्यफल

26 अप्रैल 2024 : आपका जन्मदिन

26 अप्रैल 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख