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सोम प्रदोष व्रत करने के 5 फायदे

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WD Feature Desk

, सोमवार, 23 जून 2025 (10:45 IST)
som pradosh vrat karane ke laabh: सोम प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित होता है और सोमवार का दिन भी भगवान शिव का ही माना जाता है, इसलिए जब प्रदोष व्रत सोमवार को पड़ता है तो इसका महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करने से कई शुभ फल प्राप्त होते हैं।ALSO READ: आज जून माह का आखिरी सोम प्रदोष व्रत, कैसे करें पूजन, जानें शुभ मुहूर्त और पूजन की विधि

आइए आज सोम प्रदोष व्रत के शुभ अवसर पर यहां जानते हैं इस व्रत से होने वाले 5 फायदों के बारे में...
 
1. चंद्र दोष से मुक्ति: जिन लोगों की कुंडली में चंद्र दोष होता है, वे इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ सफेद वस्तुओं जैसे- दूध, दही, चावल आदि का दान करें तो उन्हें चंद्र दोष से मुक्ति मिल सकती है।
 
2. सुखी वैवाहिक जीवन: शिव और माता पार्वती का प्रिय यह सोम प्रदोष व्रत दांपत्य जीवन में मधुरता और खुशहाली लाता है। पति-पत्नी के बीच चल रही कड़वाहट दूर करके जीवन में खुशियां भर देता है।
 
3. धन और समृद्धि: धार्मिक मान्यता के अनुसार सोम प्रदोष व्रत करने वाले को अपार धन-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
 
4. संतान प्राप्ति: जिन लोगों को संतान सुख प्राप्त नहीं हो रहा है, उन्हें सोम प्रदोष व्रत रखने से संतान प्राप्ति का वरदान मिल सकता है।
 
5. पापों का नाश तथा मनोकामनाएं पूर्ण करने वाला व्रत: सोमवार के दिन पड़ने वाला यह व्रत करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और शिव की कृपा से उसे उत्तम स्थान प्राप्त होता है। यह व्रत सच्चे मन से करने पर भगवान भोलेनाथ सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: Weekly Calendar : नए सप्ताह के पंचांग कैलेंडर मुहूर्त हिन्दी में (23 से 29 जून 2025)

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