Festival Posters

भद्रा क्या है, कैसे प्रभावित करती है

आचार्य राजेश कुमार
मेष मकर वृष कर्कट स्वर्गे,
     कन्या मिथुन तुला धनु नागे।
     कुंभ मीन अलि केशरि मृत्यो,
     विचरति भद्रा त्रिभुवन मध्ये ।।
 
अर्थात मेष, मकर, वृष, कर्क राशि का चंद्रमा होने पर भद्रा स्वर्गलोक में, तुला, धनु, कन्या, मिथुन राशि का चंद्रमा होने पर भद्रा नागलोक (पाताल) में, कुंभ, मीन, वृश्चिक, सिंह राशि का चंद्रमा होने पर भद्रा मृत्युलोक (पृथ्वी) पर होती है।
      
       स्वर्गे भद्रा शुभं कार्यं,
       पाताले वांछित दायिनी।
       मर्त्यलोके यदा भद्रा,
       सर्व कार्य विनाशिनी।।
  
अर्थात स्वर्ग में भद्रा होने पर प्रत्येक कार्य शुभ होता है, पाताल में होने पर मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और जब भद्रा पृथ्वी लोक पर होती है प्रत्येक शुभ कर्म को नष्ट करने वाली होती है।
 
इसलिए कभी भी रक्षाबंधन के पर्व पर कथित विद्वानों के मायाजाल से भयभीत न होकर रक्षाबंधन का पर्व मनाएं। इस बार रक्षाबंधन के पर्व पर रात्रि में चन्द्रग्रहण होगा, उसका विचार आवश्यक है।


ALSO READ: भद्रा उत्पत्ति की रोचक पौराणिक कथा, अवश्य पढ़ें...

ALSO READ: जानिए भद्रा के दोष और दुष्प्रभाव से बचने का उपाय...

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Money Remedy: घर के धन में होगी बढ़ोतरी, बना लो धन की पोटली और रख दो तिजोरी में

Margashirsha Month Festival 2025: मार्गशीर्ष माह के व्रत त्योहार, जानें अगहन मास के विशेष पर्वों की जानकारी

Baba Vanga Prediction: बाबा वेंगा की भविष्यवाणी: साल खत्म होते-होते इन 4 राशियों पर बरसेगी माता लक्ष्मी की कृपा

Vivah Panchami 2025: विवाह पंचमी कब है, क्यों नहीं करते हैं इस दिन विवाह?

वक्री बृहस्पति: 11 नवंबर से अगले 25 दिन इन 5 राशियों के लिए बेहद कठिन रहेंगे

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: आज का दैनिक राशिफल: मेष से मीन तक 12 राशियों का राशिफल (11 नवंबर, 2025)

11 नवंबर को खुल जाएंगे आपके भाग्य, आ गया मेनिफेस्टेशन का समय, होगी मनोकामान पूर्ण

11 November Birthday: आपको 11 नवंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 11 नवंबर, 2025: मंगलवार का पंचांग और शुभ समय

Kalbhairav Ashtami 2025: कालभैरव को क्या चढ़ाएं, जानें भोग और प्रसाद संबंधी 10 चीजें

अगला लेख