क्यों मनाएं चैत्र नवरात्रि पर्व 29 मार्च को? जानिए, कारण...

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
इस वर्ष विभिन्न पंचांग व विद्वानों में वसंत नवरात्रि के घटस्थापना को लेकर मतभिन्नता हो रही है। कुछ पंचांगकारों ने अमावस्यायुक्त प्रतिपक्ष में घटस्थापना का निर्णय दिया है, लेकिन यह शास्त्रों के अनुसार सही नहीं है। 

अमावस्यायुक्त प्रतिपदा में न करें घटस्थापना, पढ़ें क्या कहते हैं पं. बिल्लौरे - 
 
श्री विक्रमी संवत् 2074 शके 1939 चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 29 मार्च, बुधवार को ही मनाएं व घटस्थापना करें, क्योंकि 28 मार्च को अमावस्या है। अमावस्यायुक्त प्रतिपदा घटस्थापना अच्छी नहीं मानी गई है। 
 
'अमायुवता न कर्तव्या प्रतिपत पूजनेमम' (देवी भागवत में कहा गया है।)
 
प्रतिपदा 'सम्मुखी' शुभ मानी गई है। 
 
'प्रतीपत्सम्मुखी सम्मुखी कार्या या भवेदपराहिकी' (स्कंदपुराण का मत है)
 
प्रतिपदा से द्वितीया 29 मार्च को है अत: घटस्थापना 29 मार्च को ही करें। 
 
गुड़ी पड़वा व नववर्ष की सभी पाठकों को शुभकामनाएं!
 
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