आने वाली है देव दिवाली, जानिए 5 खास बातें देवी लक्ष्मी और कुबेर होंगे प्रसन्न

अनिरुद्ध जोशी
कार्तिक मास में तीन दिवाली आती है। कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्दशी को छोटी दिवाली जिसे नरक चतुर्दशी भी कहते हैं। इसके बाद अमावस्या को बड़ी दिवाली मनाते हैं एवं पूर्णिमा को देव दिवाली मनाते हैं। उक्त तीनों ही दिवाली का बहुत ही खासा महत्व है। इस बार 29 नवंबर को देव दिवाली है।
 
1. आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देव सो जाते हैं तो वे चार माह बाद कार्तिक माह की एकादशी को उठते हैं। उनके उठने के बाद कार्तिक माह की पूर्णिमा को देव दिवाली मनाते हैं। 
 
2. यह दिवाली देवता मनाते हैं। मान्यताओं के अनुसार देव दीपावली के दिन सभी देवता गंगा नदी के घाट पर आकर दीप जलाकर अपनी प्रसन्नता को दर्शाते हैं।
 
3. इस दिन यदि आप भी गंगा के तट पर दीप जलाकर देवताओं से किसी मनोकामना को लेकर प्रार्थना करेंगे तो वह निश्चित ही पूर्ण होगी।
 
4. इस दिन घरों में तुलसी के पौधे के आगे दीपक जलाना और भगवान विष्णु की पूजा करने से लक्ष्मी सदा के लिए प्रसन्न हो जाती है। इस दिन यदि करेंगे एकमात्र ये उपाय तो लक्ष्मी और कुबेर आपके घर में प्रवेश कर जाएंगे।
 
5. इस दिन दीपदान करने से लंबी आयु प्राप्त होती है। एक पत्ते पर जलते हुए दीए रखकर नदी में छोड़े जाते है जिससे कर्ज और संकट से भी छुटकारा मिलता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

राहु का कुंभ में गोचर, इन लक्षणों से जानिए कि क्या हो रहा है दुष्प्रभाव, बचने के उपाय

समय बहुत खराब आने वाला है, हनुमान चालीसा की ये 2 चौपाई बचाएगी

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

पाकिस्तान में यहां शिव जी के आंसू से बना था अमृत कुंड, जानिए कटासराज शिव मंदिर का अद्भुत इतिहास

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

सभी देखें

नवीनतम

23 मई 2025 : आपका जन्मदिन

23 मई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

तेलुगु हनुमान जयंती कब है, क्यों मनाई जाती है, जानें इसके बारे में सबकुछ

2025 में कब मनाई जाएगी अपरा एकादशी, जानें पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

अचला एकादशी व्रत से मिलते हैं ये 8 अद्भुत लाभ

अगला लेख