* इस वर्ष शादी के 8 मुहूर्त शेष, 2015 में 86 मुहूर्त
* शुक्र हैं अस्त, 2015 में मात्र 86 दिन होगी शादी
* नवंबर के अंतिम सप्ताह से शुरू होंगे मांगलिक आयोजन
रामकृष्ण मुले
इस बार अबूझ मुहूर्त देवउठनी एकादशी पर शुक्र तारा अस्त रहेगा। इसके चलते विवाह के शुद्ध मुहूर्त के लिए थोड़ा इंतजार करना होगा। इस वर्ष विवाह के जहां सिर्फ 8 मुहूर्त शेष हैं, वहीं अगले साल 2015 में 86 दिन शहनाई बजेगी। इस वर्ष 3 नवंबर को देवउठनी ग्यारस पर तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह होगा, लेकिन लग्नसरा की शुरुआत नहीं होगी। हालांकि मत-मतांतर के चलते इस दिन भी लोग विशेष उपाय के साथ परिणय सूत्र में बंधेंगे।
देवउठनी ग्यारस के साथ ही वैवाहिक आयोजन शुरू हो जाते हैं, लेकिन इस बार 2 अक्टूबर को अस्त हुए शुक्र के तारे का उदय 21 नवंबर को हो रहा है। इसके चलते विवाह के शुभ शुद्ध मुहूर्त 24 नवंबर से हैं।
अागे पढ़ें शेष भाग
इस वर्ष अंतिम विवाह का मुहूर्त 15 दिसंबर को है। इसके बाद सूर्य के धनु राशि में प्रवेश के चलते 14 जनवरी 2015 तक विवाह निषेध रहेंगे। 12 जून 2015 तक विवाह के मुहूर्त हैं। 17 जून से 16 जुलाई तक आषाढ़ मास और 27 जुलाई से 22 नवंबर तक चातुर्मास होने से इस दौरान विवाह नहीं होंगे।