Ganesh chaturthi 2024: गणेश उत्सव के चौथे दिन के अचूक उपाय और पूजा का शुभ मुहूर्त

Ganesh chaturthi 2024: 11 दिवसीय गणेश उत्सव का आज चौथा दिन, जानिए शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त

WD Feature Desk
मंगलवार, 10 सितम्बर 2024 (12:13 IST)
‍ganesh puja AI
Fourth Day of Ganesh festival 2024: भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से गणेशोत्सव प्रारंभ हो गए हैं। 07 सितंबर से गणेश उत्सव प्रारंभ हो गए हैं जोकि 17 सितंबर पर चलेंगे। इस बार 10 की जगह 11 दिवसीय गणेश उत्सव रहेंगे। तीसरे दिन के बाद जानिए कि चौथे दिन यानी 10 सितंबर 2024 मंगलवार के दिन भगवान श्री गणेश जी की पूजा का क्या है शुभ मुहूर्त और इस दिन कौनसे ऐसे उपाय करें कि जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आए।
 
सुबह की पूजा का समय : प्रात: 05:15 से 06:25 के बीच।
अमृत काल पूजा का समय : सुबह 08:48 से 10:32 के बीच।
दोपहर की पूजा का समय: दोपहर 12:10 से दोपहर 01:00 बजे के बीच।
शाम की पूजा का समय: शाम 06:45 से शाम 07:08 के बीच।
रात्रि पूजा का समय: शाम 06:45 से 08:30 के बीच।
 
उपाय:-
 
1. दूर्वा (एक प्रकार की घास) के गणेश बनाकर उनकी पूजा करें। मोदक, गुड़, फल, मावा-मिष्ठान आदि अर्पण करें। ऐसा करने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
 
2. गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान पर किसी गणेश मंदिर में जाएं और दर्शन करने के बाद अपनी इच्छा के अनुसार गरीबों को दान करें। कपड़े, भोजन, फल, अनाज आदि दान कर सकते हैं। दान के बाद दक्षिणा यानी कुछ रुपए भी दें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीगणेश भी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

पाकिस्तान में क्यों सर्च हो रहे हैं प्रेमानंद महाराज, जानिए उनके बारे में क्या जानना चाहते हैं पाकिस्तानी

केतु का सिंह राशि में गोचर, इन 3 राशियों के खुल जाएंगे भाग्य

शनि मंगल का षडाष्टक योग और खप्पर योग कब तक रहेगा, 4 राशियों को रहना होगा सतर्क

राहु के कुंभ राशि में गोचर से देश और दुनिया में होंगे ये 5 बड़े बदलाव

बलूचिस्तान कब तक होगा पाकिस्तान से अलग, जानिए ज्योतिष विश्लेषण

सभी देखें

नवीनतम

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

भविष्‍य मालिका की 6 भविष्‍यवाणियां हुईं सच, जगन्नाथ मंदिर को केंद्र में रखकर की गई हैं भविष्‍यवाणियां

नौतपा क्या होता है, 2025 में कब से होगा प्रारंभ?

Weekly Calendar: साप्ताहिक पंचांग कैलेंडर मुहूर्त हिन्दी में (19 से 25 मई 2025 तक)

अगला लेख