धन प्राप्ति के लिए बुधवार को गणेशजी को लगाएं ये भोग

अनिरुद्ध जोशी
ज्योतिष अनुसार यह भगवान गणेश और लाल किताब अनुसार माता दुर्गा का दिन है। परंतु इसके देवता बुध हैं जो चंद्रमा के पुत्र हैं। बुध चंद्रमा के पुत्र हैं। भगवान गणेश को अतिप्रिय है बुधवार का दिन। शीघ्र फलदायी होती है बुधवार की गणेश पूजा। शास्त्रों में भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है। प्रत्येक बुधवार के शुभ दिन गणेशजी की उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है और उसके जीवन से सभी तरह की रुकावटें दूर होती हैं। कमजोर मस्तिष्क वालों को बुधवार के दिन उपवास रखना चाहिए, क्योंकि बुधवार का दिन बुद्धि प्राप्ति का दिन होता है।
 
 
धन प्राप्ति के लिए करें ये कार्य : 
 
1. प्रातः काल स्नान ध्यान आदि से निवृत्त होकर पूजा स्थल पर पूर्व या उत्तर दिशा की और मुख कर के आसन पर विराजमान होकर सामने श्री गणेश यन्त्र की स्थापना करें। शुद्ध आसन पर बैठकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित कर पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश भगवान को समर्पित कर, गणेशजी को सूखे सिंदूर का तिलक लगाएं और इनकी आरती करें। अंत में भगवान गणेश जी का स्मरण कर ॐ गं गणपतये नमः का 108 नाम मंत्र का जाप करना चाहिए।
 
2. इसके बाद धन प्राप्ति के लिए बुधवार के दिन श्री गणेश को घी और गुड़ का भोग लगाएं। बाद में यह घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या का निदान हो जाता है।
 
3. बुधवार के दिन घर में सफेद रंग के गणपति की स्थापना करने से समस्त प्रकार की तंत्र शक्ति का निवारण होता है। 
 
4. इस दिन जमा किए गए धन में बरकत रहती है। बुधवार को धन का लेन-देन नहीं करना चाहिए।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

गणेश चतुर्थी 2025: बाजार से गजानन की मूर्ति खरीदने से पहले जानिए कैसी होनी चाहिए प्रतिमा

2025 में ओणम कब है, जानें शुभ मुहूर्त, कथा, महत्व और इतिहास

कब से होंगे गणेश उत्सव प्रारंभ, क्या है गणपति स्थापना और पूजा का शुभ मुहूर्त, मंगल प्रवेश

इस बार गणेश चतुर्थी बुधवार को, कई शुभ योग में स्थापित होंगे गणपति, जानें विसर्जन का मुहूर्त

घर के मुख्य द्वार पर गणेश प्रतिमा रखते समय न करें ये 8 गलतियां

सभी देखें

नवीनतम

Ganesh Chaturthi 2025: 26 या 27 कब से प्रारंभ होगा गणेश उत्सव, चतुर्थी तिथि और स्थापना मुहूर्त का समय जानें

Bhadrapada amavasya 2025: भाद्रपद अमावस्या का महत्व, क्यों कहते हैं इसे कुश और पिठोरी, करें 10 अचूक उपाय

Bhadrapada amavasya 2025: भाद्रपद अमावस्या व्रत, धार्मिक कार्य और पूजा का समय

Aaj Ka Rashifal: समय आपके पक्ष में है, लाभ उठाएं, पढ़ें 23 अगस्त का दैनिक राशिफल 12 राशियों के लिए

Hartalika Teej 2025: हरतालिका तीज पर होगा नवपंचम योग का निर्माण, इन 3 राशियों के खुल जाएंगे भग्य

अगला लेख