जून माह के प्रथम सप्ताह में पूर्व के देशों में सुख-शांति रहेगी। दक्षिण के देशों में आंतरिक झगड़े रहेंगे। उत्तर के देशों में बालकों पर कष्ट रहेगा, परंतु पश्चिम के देशों में आर्थिक व आंतरिक कष्ट रहेगा।
सोना, पीतल, तांबा, लोहा व कांसे के भावों में तेजी रहेगी। चांदी, एल्युमीनियम, पंचधातु, हीरा व पन्ने में उतार-चढ़ाव रहेगा। तुअर दाल, मैथी, कपूर, अजवाइन, धनिया, मूंग व चवले में तेजी रहेगी। चावल, शकर, चना व मसूर में उतार-चढ़ाव रहेगा व अन्य वस्तुएं ठीक-ठीक रहेंगी।
भारत की स्थिति धीरे-धीरे मजबूत होगी व अन्य देशों में प्रभाव बढ़ेगा। तुर्की, कुवैत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान व बांग्लादेश की स्थिति दूसरे सप्ताह बहुत खराब रहेगी। चीन, रूस, अमेरिका, उत्तर कोरिया, उत्तर अफ्रीका, ईरान, अंडमान-निकोबार द्वीप व नेपाल की स्थिति अच्छी रहेगी। अन्य देशों में स्थिति में उतार-चढ़ाव रहेगा।
विश्व में महामारी में सुधार होगा व धर्म के प्रति प्रजा की आस्था में वृद्धि होगी। धीरे-धीरे आम जनता तीर्थ व पवित्र स्थलों के प्रति जागरूक होगी। माह के अंत में पश्चिम के देशों में सुख-शांति रहेगी। दक्षिण के देशों में आंतरिक सुरक्षा पर सवाल खड़े हो सकते हैं व उत्तर-पूर्व के देशों अशांति रहेगी।
यह माह पुरुष वर्ग के लिए मध्यम रहेगा। महिला वर्ग के लिए ठीक-ठीक रहेगा। व्यापारी वर्ग में कुछ के व्यवसाय में सुधार होगा। किराना, जनरल बाजार व माह के मध्य में थोड़ा व्यापारी वर्ग का कष्ट दूर होगा। वृद्ध व्यक्ति के लिए यह माह अच्छा रहेगा, परंतु जवान व बालकों के लिए यह माह कष्ट वाला हो सकता है। किसान वर्ग के लिए यह माह अच्छा रहेगा।
ग्रहों की स्थिति पर नजर डालें तो माह के अंत में चोरी, लूटमार व ठगी बढ़ सकती है। इस माह की कुंडली को बादल की चाल की नजर से देखें, तो इस माह के मध्य तक तापमान में वृद्धि रहेगी। माह के अंतिम सप्ताह में हवा-आंधी में तेजी रहेगी। कहीं-कहीं आंधी के साथ-साथ हल्की वर्षा होगी व कहीं-कहीं प्राकृतिक प्रकोप से जन-धन की हानि होगी।
मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, चेन्नई, आंध्र, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा।