आज है माघ पूर्णिमा : 5 दान, 3 मंत्र और 6 उपाय बना देंगे आपको धनवान

Webdunia
बुधवार, 16 फ़रवरी 2022 (11:42 IST)
माघी पूर्णिमा (Maghi Purnima) 16 फरवरी बुधवार को है। मान्यता है कि इस दिन सभी देवता स्वर्ग से नीचे उतरकर प्रयाग स्थित गंगा में स्नान करते हैं। इसीलिए इस दिन दान, पुण्य और स्नान का महत्व माना गया है। आपके लिए यहां प्रस्तुत है 5 प्रकार के दान, जपने के लिए 3 मंत्र और ऐसे 6 उपाय जो बना देंगे आपको धनवान।
 
 
5 प्रकार के दान ( Daan) : इस दिन दान-दक्षिणा का बत्तीस गुना फल मिलता है। इसलिए इसे माघी पूर्णिमा के अलावा बत्तिसी पूर्णिमा भी कहते हैं। 1. कंबल-वस्त्र, 2.तिल, 3.पांच तरह का अनाज, 4.घी, नमक और गुड़ और 5.दीपदान। इस दिन देवी लक्ष्मी जी को पीले तथा लाल रंग सामग्री अर्पित कर खीर का भोग लगाने से वे प्रसन्न होती हैं।
 
 
माघ पूर्णिमा के 3 महत्वपूर्ण मंत्र ( Maghi Purnima ke Mantra ) : पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। इससे घर में धन समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। 
 
1- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः।'
2- ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।।
3- ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये, धन धान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा।।'
 
Lakshmi Puja Vidhi
माघ पूर्णिमा के उपाय :
 
1. इस दिन देवी लक्ष्मी जी को पीले तथा लाल रंग सामग्री अर्पित करने से वे प्रसन्न होती हैं और धन समृद्धि बढ़ती है। माघ माह में श्रीहरि भगवान विष्णु की माता लक्ष्मी के साथ पूजा करना चाहिए।
 
 
2. पुराणों के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन स्वयं भगवान श्री विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इस दिन गंगा स्नान करने से विष्णु की कृपा मिलती है तथा धन-संपदा लक्ष्मी, यश, सुख-सौभाग्य तथा उत्तम संतान की प्राप्ति होती है।
 
3. आर्थिक तंगी दूर करने के लिए 11 कोड़ियों को हल्दी से रंगकर माता लक्ष्मी को अर्पित करें। फिर इनको लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें।
 
4. माघ पूर्णिमा पर नदी तट पर या नदी में दीपदान करने को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। इससे देवी और देवता प्रसन्न होते हैं और पुण्‍य की प्राप्ति होती है।
 
 
5. इस दिन तुसली के नीचे घी का दीया जलाने से भी मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
 
6. माघ पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की विधिवत पूजा करके श्रीसूक्त का पाठ करना चाहिए। इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होकर जातक को आशीर्वाद देती हैं।

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