35 वर्ष बाद चांडाल योग में महाशिवरात्रि, जानिए कितनी शुभ होगी...

श्री रामानुज
चांडाल योग में महाशिवरात्रि का संयोग 


 

 
इस वर्ष सोमवार पर महाशिवरात्रि का संयोग बन रहा है। साथ ही इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र का योग होने से शिवरात्रि को खास माना जा रहा है। सोमवार के दिन धनिष्ठा नक्षत्र पड़ने से 'शुभ' नाम का योग भी बन रहा है, इसके अलावा सिंहस्थ गुरु एवं राहु की युति चांडाल योग बना रही है। 

शुभ योग व चांडाल योग में शिव पूजन की विशेष मान्यता होने से भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करना विशेष फलदायी साबित होगा। 

आगे पढ़ें शेष जानकारी... 
 

 


फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि मनाने का विधान है। वैसे महाशिवरात्रि तब मनाई जाती है जब शुक्र अपनी उच्च मीन राशि में विद्यमान होता है और त्रिस्पर्शा युति यानी त्रयोदशी, चतुर्दशी व अमावस्या की युति में आधी रात निशिथ काल में भोलेनाथ की पूजा-अर्चना को महत्व दिया जाता है।

इस साल शुक्र मीन राशि की जगह मकर राशि में विद्यमान रहेगा। चूंकि इस संवत वर्ष में सिंहस्थ काल चल रहा है यानी सिंह राशि में गुरु स्थित है और राहु की युति के साथ चांडाल योग की स्थिति बन रही है। यह स्थिति करीब 35 साल बाद महाशिवरात्रि पर बन रही है।


इसलिए इस वर्ष सोमवार, 7 मार्च 2016 को शुभ योग, चांडाल योग की महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। 


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