Mars transit in Capricorn 2022 : आज 26 फरवरी 2022, शनिवार को मंगल ग्रह शनि की राशि मकर में प्रवेश कर गया है। मंगल के इस गोचर से कई लोगों की जिंदगी बदल जाएगी। आओ जानते हैं मंगल ग्रह की खास बातें और मंगलग्रह से बचने के लिए रशि ( zodiac signs astrology 2022) अनुसार सटीक उपाय।
मंगल ग्रह की खास बातें ( Special Features of Mars) :
1. मंगल ग्रह को हिन्दू पौराणिक मान्यता के अनुसार धरती का पुत्र माना जाता है। स्कंद पुराण अनुसार मंगल की उत्पत्ति भगवान विष्णु के पसीने की बूँद से धरती द्वारा हुई है। इसका नाम भौम भी है।
2. किसी भी व्यक्ति की जन्मकुंडली में मंगल लग्न, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम और द्वादश भाव में से किसी भी एक भाव में है तो यह 'मांगलिक दोष' कहलाता है।
3. कुंडली में पंचमहापुरुष या पंचमहायोग बनता है जिसमें से एक मंगल के कारण रुचक योग बनता है। जिसकी भी कुंडली में यह योग रहता है वह राजा जैसा जीवन जीता है।
4. आकाश मंडल में मंगल का चौथा स्थान है। लाल आभायुक्त दिखाई देने वाला यह ग्रह पृथ्वी से बहुत छोटा है लेकिन चंद्रमा से दोगुना बड़ा है। इसका दिन हमारे दिन की अपेक्षा प्रायः आध घंटा बड़ा होता है। मंगल के दो उपग्रह (चंद्रमा) हैं:- 'फोबस' और दूसरा 'डोमस' जो मंगल की परिक्रमा करते हैं। मंगल का आकार छोटा है और इसका व्यास लगभग 6860 किलोमीटर है। 687 दिनों में यह सूर्य की एक परिक्रमा पूर्ण करता है।
5. मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल मकर राशि में उच्च का और कर्क राशि में नीच का होता है। इसके सूर्य, गुरु और चंद्र मित्र ग्रह है। पूर्व-दक्षिण दिशा का संबंध मंगल ग्रह से है। मंगल ग्रह की ऋतु ग्रीष्म काल है।
6. मंगल ग्रह को युद्ध और पराक्रम का ग्रह माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार इसकी भूमिका सेनापति की तरह होती है। मंगल बद जिन्न की तरह और नेक हनुमानजी की तरह होता है।
7.शुभ मंगल मंगल सेनापति स्वभाव का होता है। शुभ हो तो साहसी, शस्त्रधारी व सैन्य अधिकारी बनता है या किसी कंपनी में लीडर या फिर श्रेष्ठ नेता। मंगल अच्छाई पर चलने वाला है ग्रह है किंतु मंगल को बुराई की ओर जाने की प्रेरणा मिलती है तो यह पीछे नहीं हटता और यही उसके अशुभ होने का कारण है। सूर्य और बुध मिलकर शुभ मंगल बन जाते हैं। दसवें भाव में मंगल का होना अच्छा माना गया है।
8. अशुभ मंगल अपराधी की तरह होता है। बहुत ज्यादा अशुभ हो तो बड़े भाई के नहीं होने की संभावना प्रबल मानी गई है। भाई हो तो उनसे दुश्मनी होती है। बच्चे पैदा करने में अड़चनें आती हैं। पैदा होते ही उनकी मौत हो जाती है। एक आँख से दिखना बंद हो सकता है। शरीर के जोड़ काम नहीं करते हैं। रक्त की कमी या अशुद्धि हो जाती है। चौथे और आठवें भाव में मंगल अशुभ माना गया है। किसी भी भाव में मंगल अकेला हो तो पिंजरे में बंद शेर की तरह है। सूर्य और शनि मिलकर मंगल बद बन जाते हैं। मंगल के साथ केतु हो तो अशुभ हो जाता है। मंगल के साथ बुध के होने से भी अच्छा फल नहीं मिलता।
आओ जानते हैं राशि के अनुसार मंगल के सटीक उपाय ( mangal grah ke upay):-
1. मेष राशि (Aries): क्रोध न करें। आंखों में सफेद या काला सुरमा लगाएं। घर के बाहर अनार का पौधा लगाएं।
2. वृषभ राशि (Taurus): मंगल का दान करें और मंगलवार करें। बंदर को गुड़ और चने खिलाएं।
3. मिथुन राशि (Gemini): अपने परिवार के प्रति प्यार और सम्मान के भाव रखकर भाइयों को खुश रखें। संयुक्त परिवार में रहें।
4. कर्क राशि (Cancer): प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंगल एवं शनिवार को हनुमान मंदिर में जाकर हनुमान पूजा करें।
5. सिंह राशि (Leo): तीर्थ स्थानों की यात्रा करें या प्रतिदिन हनुमान मंदिर जाएं।
6. कन्या राशि (Virgo): हनुमानजी के साथ ही भगवान गणेश की पूजा करें। गायत्री मंत्र का जाप करने से भी मंगल का प्रकोप कम होगा।
7. तुला राशि (Libra): बहनों को किसी भी प्रकार का गिफ्ट भेंट करें और मिठाई दें। खासकर उनके जन्मदिन पर उन्हें खुश रखें।
8. वृश्चिक राशि (Scorpio): मंगल का दान करें। खासकर किसी किसान, सैनिक या भाई की सेवा करें। उन्हें गिफ्ट दें।
9. धनु राशि (Sagittarius): अपने दोस्तों और भाइयों को तांबे से बनी वस्तु भेंट करें।
10. मकर राशि (Capricorn): रक्तदान करें और हनुमानजी को गुड़ एवं चने का प्रसाद चढ़ाएं। अनार का ज्यूस पीएं।
11. कुंभ राशि (Aquarius): अपने पास लाल रूमाल रखें और हनुमानजी को चौला चढ़ाएं।
12. मीन राशि (Pisces): घर के पास या कहीं भी नीम का पौधा लगाएं या प्रतिदिन नीम के पेड़ में जल अर्पित करें।