नववर्ष 2022 में शनिदेव होंगे मेहरबान, बस जपें इन 6 मंत्रों में से किसी भी 1 मंत्र को

Webdunia
1 जनवरी 2022 (1 January 2022) से नववर्ष की शुरुआत हो रही है। इस बार नए साल की पहली तारीख शनिवार को पड़ रही है तथा कालसर्प योग में नववर्ष शुरू हो रहा है। 

ऐसे समय कालसर्प योग और शनि की साढ़ेसाती एवं ढैया जिन जातकों को चल रहा हैं, वे शनिदेव के मंत्रों (Shani dev) का जाप, शनि चालीसा (Shani Chalisa), शनि स्त्रोत (Shani Stotram Patha) पाठ तथा महाकाल शनि मृत्युंजय स्त्रोत (Mahakal Shani Mrutunjay Stotra) को अवश्य पढ़ें इससे आपको मानसिक शांति का अनुभव होगा तथा शत्रु भय से सुरक्षा होने साथ ही भाग्योन्नति भी होगी। इसके साथ ही शनि मंदिर जाकर शनिदेव का पूजन, शनिदेव को काले तिल और तेल चढ़ाना भी उचित रहेगा।
 
यहां पढ़ें शनिवार के दिन पढ़ें जाने वाले खास मंत्र shani dev mantra- 
 
मंत्र- 
 
1. ॐ शं शनैश्चराय नमः
 
2. पौराणिक शनि मंत्र- ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्‌। छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्‌।
 
3. ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये। शंयोरभिश्रवन्तु नः। ॐ शं शनैश्चराय नमः। 
इस मंत्र का 21 दिन में 23 हजार जप करने से तत्काल लाभ मिलेगा। 
 
4. महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjaya Mantra)- ॐ त्र्यम्बकम्‌ यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्द्धनं उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्‌। 
 
इस दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करें तथा इस मंत्र की प्रतिदिन 10 माला, 125 दिन तक करने से सवा लाख जाप पूर्ण होंगे। यह हर समस्या का निजात दिलाने के लिए अतिलाभदायी रहेगा। 
 
5. ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:। 
 
6. ॐ नमः शिवाय।

इसके अलावा गणेश मंत्र तथा बजरंगबली के मंत्रों का जाप करना बहुत फायदेमंद साबित होगा।

ALSO READ: वर्ष 2022 में कब-कब होगा शनि का गोचर? ढैय्या और साढ़ेसाती से कौनसी राशियां होंगी प्रभावित (जानें लग्नानुसार)

ALSO READ: दशरथ कृत शनि स्तोत्र

Shanivar mantra

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

इस मंदिर में है रहस्यमयी शिवलिंग, दिन में तीन बार बदलता है रंग, वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं रहस्य

महाशिवरात्रि पर शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीजें, रह जाएंगे भोलेनाथ की कृपा से वंचित

सूर्य की शत्रु ग्रह शनि से युति के चलते 4 राशियों को मिलेगा फायदा

असम में मौजूद है नॉर्थ ईस्ट का सबसे ऊंचा शिव मंदिर, महाशिवरात्रि पर उमड़ता है श्रद्धालुओं का सैलाब

Mahashivaratri 2025: महाशिवरात्रि पर शिवलिंग की पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, आरती और कथा सभी एक साथ

सभी देखें

नवीनतम

18 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

18 फरवरी 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि पर रात्रि के 4 प्रहर की पूजा का सही समय और पूजन विधि

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि और शिवरात्रि में क्या है अंतर?

जानकी जयंती 2025: माता सीता का जन्म कब और कैसे हुआ था?

अगला लेख