Hanuman Chalisa

Paush Maas: 13 दिसंबर से पौष मास, गुरु तारा होगा अस्त, मलमास के कारण शुभ कार्यों पर लगेगा विराम

पं. हेमन्त रिछारिया
हमारे सनातन धर्म में मुहूर्त का बहुत महत्व होता है। शास्त्रानुसार किसी भी शुभ कार्य को संपन्न करने के लिए विशेष मुहूर्त का होना अति-आवश्यक माना गया है। 
 
शुभ मुहूर्त के बिना कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, व्रत धारण/उद्यापन, गृहारंभ, गृह प्रवेश आदि कार्यों का निषेध रहता है। शुभ मुहूर्त में प्रारंभ या संपन्न किए गए कार्य अनेक दोषों का शमन करते हुए सिद्ध व सफल होते हैं। आगामी 13 दिसंबर 2019 से पौष मास प्रारंभ, गुरु अस्त एवं धनु संक्रांति (मलमास/खरमास) के चलते शुभ मुहूर्त का अभाव रहेगा। इस अवधि में समस्त शुभ कार्य वर्जित रहेंगे। 
 
आइए जानते हैं किस-किस अवधि में किन कारणों से शुभ कार्यों का निषेध रहेगा।
 
मुहूर्ताभाव अवधि-
 
1. पौष मास आरंभ- 13 दिसंबर 2019 से 10 जनवरी 2020 तक।
 
2. गुरु तारा अस्त- 14 दिसंबर 2019 से 9 जनवरी 2020 तक। 
 
3. मलमास/खरमास- 16 दिसंबर 2019 से 14 जनवरी 2020 तक। 
 
उपर्युक्त अवधि अर्थात् 13 दिसंबर 2019 से 14 जनवरी 2020 तक मुहूर्ताभाव रहेगा। अत: इस अवधि में समस्त शुभ कार्य वर्जित रहेंगे।
 
-ज्योतिर्विद् पं हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 
ALSO READ: astrology 2020 | इस वर्ष 4 चंद्र ग्रहण से प्रभावित 4 राशियां, रखें 5 सावधानियां और करें 5 उपाय

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Budh Gochar 2025: बुध का धनु राशि में गोचर, 8 राशियों के लिए बेहद ही शुभ

जनवरी माह 2026 में कैसा रहेगा 12 राशियों का राशिफल

नए साल 2026 के संकल्प: क्यों 90% लोग फेल हो जाते हैं और आप कैसे सफल हो सकते हैं?

जनवरी 2026 में 4 राशियों को होगा बड़ा फायदा

2026 में ऑनलाइन ज्योतिष (Astrology) परामर्श के लिए 10 भरोसेमंद ज्योतिष वेबसाइट्‍स

सभी देखें

नवीनतम

31 December Birthday: आपको 31 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 31 दिसंबर, 2025: बुधवार का पंचांग और शुभ समय

Makar Sankranti 2026: 14 जनवरी को मनाया जाएगा 'मकर संक्रांति' पर्व, वर्षों बाद बना दुर्लभ संयोग

पौस मास पुत्रदा एकादशी का व्रत क्यों रखते हैं, क्या है इसका नियम, पारण और पूजा विधि

Putrada Ekadashi 2025: पुत्रदा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, जानिए महत्व

अगला लेख