क्यों करें शनि का पूजन, किसके लिए हैं शनि शुभ (वीडियो)

सुधीर शर्मा
जब हम शनि के अनुकूल व्यवहार करते हैं तो चाहे शनि की साढ़ेसाती, अढैया, दशा, महादशा चल रही हो,किसी का भी प्रभाव नहीं पड़ता है। शनि भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले देवता हैं। हम जिस देव को ज्यादा जानते नहीं हैं, जिनके पास ज्यादा जाते नहीं हैं, उनसे डरते हैं। ऐसा ही कुछ शनि देव के साथ भी हैं, लेकिन शनि देव कृपा बरसाने वाले भगवान हैं। यह कहना है गजासीन पीठाधी‍श्वर और शनि साधक दादू महाराज का।
 

 

वे कहते हैं, 'पहले भगवान शनि के मंदिर कम संख्या में थे, शनि संबंधी अनभिज्ञता के कारण उनके बारे में डर फैला है, लेकिन वर्तमान में शनि मंदिरों की संख्या बढ़ रही है, जिससे लोगों में भगवान शनि के बारे में जो भय था, वह कम होता जा रहा है।'  
दादू महाराज के अनुसार लोग शनि का पूजन कर रहे हैं। साढ़ेसाती, अढैया से पीड़ित, महादशा और जिनकी पत्रिका  में शनि कमजोर हैं, उन्हें शनि का पूजन अवश्य करना चाहिए। वैसे भी शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए भी शनि पूजन करना चाहिए। अध्यात्म में उन्नति चाहते हैं, उन्हें भगवान शनि का नित्य पूजन करना चाहिए।

राजनीतिज्ञ, पुलिस और न्याय से संबंध रखने वाले, शनि से संबंधित व्यापार करने वालों को भी शनि आराधना विशेष फलदायक होती है। शनि से संबंधित व्यापार तेल, लोहे, कम्प्यूटर, दवाई, पेट्रोल का होता है। काली वस्तुओं का व्यापार करने वाले लोगों को शनि को सदैव प्रसन्न रखना चाहिए। इससे व्यापार में चौतरफा प्रगति होती है।
 
Show comments

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

एकादशी पर श्रीहरि विष्णु के साथ करें इन 3 की पूजा, घर में लक्ष्मी का स्थायी वास हो जाएगा

गंगा सप्तमी का त्योहार क्यों मनाया जाता है, जानिए महत्व

Shukra aditya yoga 2024: शुक्रादित्य राजयोग से 4 राशियों को होगा बेहद फायदा

04 मई 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका