Festival Posters

जय शनि देव: शनि के ये 3 शुभ योग कुंडली में होंगे तो आप रहेंगे मालामाल, सालों साल

अनिरुद्ध जोशी
सूर्य यदि प्रकाश है तो शनि ग्रह अंधकार। अधंकार से लड़ना नहीं होता है बस प्रकाश करना पड़ता है। यदि आपकी कुंडली में शनि के यह 3 शुभ योग है तो समझो कि आप मालामाल हो जाएंगे। क्योंकि शनिदेव देते भी छप्पर फाड़कर और लेते भी छप्पर फाड़कर। आओ जानते हैं कि वे 4 शुभ योग कौन कौनसे हैं।
 
 
पहला शुभ योग शश योग : पंचमहायोग में से एक है शश योग। शनि ग्रह के कारण बनने वाला शश योग है। यदि आपकी कुंडली में शनि लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शनि यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में तुला, मकर अथवा कुंभ राशि में स्थित है तो यह शश योग बनता है। अर्थात शश योग तब बनता है जब कुंडली के लग्न या चंद्रमा से पहले, चौथे, सातवें और दसवें घर में शनि अपने स्वयं की राशि (मकर, कुंभ) में या उच्च राशि तुला में मौजूद होता है।
 
 
क्या होगा फायदा : ऐसे जातक में किसी भी रोग से उबरने की मजबूत क्षमता होती है। यह योग जातक की आयु लंबी करता है अथार्त जातक दीर्घायु होता है। व्यापार व्यवसाय करने में जातक बहुत ही प्रेक्टिकल होता है। ऐसा जातक जरूरतपूर्ति या आवश्यकता अनुसार ही वार्तालाप करता है। ऐसे जातक ज्ञानी होता है और रहस्यों को जानने वाला भी होता है। राजनीति के क्षेत्र में है तो ऐसा जातक कूटनीति का धनी होता है और शीर्षपद पर आसीन हो जाता है। शश योग है तो जातक पर शनि के कुप्रभाव, साढे़साती और ढैय्या के बुरे प्रभाव नहीं पड़ते हैं।
 
दूसरा शुभ योग उच्च या स्वयं की राशि में : शनि मकर एवं कुंभ राशि का स्वामी होता है एवं तुला राशि में यह उच्च का होता है अत: इन तीन राशियों के जातक पर शनि का प्रभाव हो तो उसमें शनि संबंधित गुण अधिक आते हैं। शनि की स्वयं की राशि मकर है। उपरोक्त 3 में से किसी एक में शनि है और जातक शनि और शुक्र के मंदे कार्य नहीं करता है तो शनि शुभ प्रभाव देगा।
 
 
तीसरा शुभ योग : शनि वृषभ, धनु और मीन राशि में है तो भी यह अच्‍छे फल देता है परंतु शर्त यह कि जातक शनि, शुक्र और गुरु के मंदे कार्य ना करें। शनि दशम भाव और एकादश भाव में शुभ फल देता है। शुक्र या गुरु के साथ हो तो भी शुभ फल देता है, परंतु यह भी देखा जाता है कि युति किस भाव में है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Mulank 5: मूलांक 5 के लिए कैसा रहेगा साल 2026 का भविष्य?

Lal Kitab Kanya Rashifal 2026: कन्या राशि (Virgo)- राहु करेगा संकट दूर, गुरु करेगा मनोकामना पूर्ण

'मालव्य' और 'लक्ष्मी नारायण' राजयोग: इन 3 राशियों की चमकेगी किस्मत, मिलेगा अपार धन लाभ

Mokshada Ekadashi Katha: मोक्षदा एकादशी व्रत क्यों है इतना महत्वपूर्ण? जानें पौराणिक कथा

Mithun Rashi 2026: मिथुन राशि 2026 राशिफल: शनि के फेर में है कर्मफल और गुरु की मुट्ठी में बंद है भाग्य

सभी देखें

नवीनतम

26 November Birthday: आपको 26 नवंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 26 नवंबर, 2025: बुधवार का पंचांग और शुभ समय

Lal Kitab Makar Rashifal 2026: मकर राशि (Capricorn)- राहु और केतु मिलकर भटकाएंगे, शनि और गुरु के उपाय बचाएंगे

skanda sashti 2025: सुब्रह्मण्य षष्ठी व्रत क्या है, जानें महत्व, पूजन विधि और मुहूर्त

Mulank 7: मूलांक 7 के लिए कैसा रहेगा साल 2026 का भविष्य?

अगला लेख