श्री शनिदेव की पूजा क्यों, कब और कैसे करें?

Webdunia
सोमवार, 14 मई 2018 (12:24 IST)
जानिए शनिदेव के बारे में यह विशेष जानकारी कि कब शनि देव की शरण में जाना चाहिए और कैसे उनकी पूजा करनी चाहिए... 

ALSO READ: शनिदेव की यह 16 खासियतें जानकर आप अचरज में पड़ जाएंगे
 
1. शुद्ध स्नान करके पुरुष पूजा कर सकते हैं। 
 
2. महिला शनि चबूतरे पर नहीं जाएं। मंदिर हो तो स्पर्श न करें। 
 
3. अगर आपकी राशि में शनि आ रहा है तो शनि को अवश्य पूजें। 
 
ALSO READ: ज्योतिष और शनि का अटूट है रिश्ता, पढ़ें शनि जयंती पर विशेष आलेख
 
4. अगर आप साढ़ेसाती से ग्रस्त हो तो शनिदेव का पूजन करें। 
 
5. यदि आपकी राशि का अढैया चल रहा हो तो भी शनि देव की आराधना करें। 
 
6. यदि आप शनि दृष्टि से त्रस्त एवं पीड़ित हो तो शनिदेव की अर्चना करें। 
 
7. यदि आप कारखाना, लोहे से संबद्ध उद्योग, ट्रेवल, ट्रक, ट्रांसपोर्ट, तेल, पे‍ट्रोलियम, मेडिकल, प्रेस, कोर्ट-कचहरी से संबंधित हो तो आपको शनिदेव मनाना चाहिए। 
 
ALSO READ: शनैश्चर जयंती 15 मई को, जानिए इस दिन कैसे प्रसन्न करें शनिदेव को
 
8. यदि आप कोई भी अच्‍छा कार्य करते हो तो शनि देव की कृपा के लिए प्रार्थना करें। 
 
9. यदि आपका पेशा वाणिज्य, कारोबार है और उसमें क्षति, घाटा, परेशानियां आ रही हों तो शनि की पूजा करें। 
 
10. अगर आप असाध्य रोग कैंसर, एड्स, कुष्ठरोग, किडनी, लकवा, साइटिका, हृदयरोग, मधुमेह, खाज-खुजली जैसे त्वचा रोग से त्रस्त तथा पीड़ित हो तो आप श्री शनिदेव का पूजन-अभिषेक अवश्य कीजिए। 

ALSO READ: जय जय श्री शनिदेव :शनि आरती
 
11. सिर से टोपी आदि निकालकर ही दर्शन करें।
 
12. जिस भक्त के घर में प्रसूति सूतक या रजोदर्शन हो, वह दर्शन नहीं करता। 

ALSO READ: शनिदेव की असीम कृपा चाहिए तो अवश्य पढ़ें पावन शनि चालीसा...

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

इन तीन कठिन परीक्षाओं के बाद बनते हैं अघोरी, जान की बाजी लगाने के लिए रहना पड़ता है तैयार

मां गंगा के पवित्र नाम पर दें बेटी को प्यारा सा नाम, पौराणिक हैं अर्थ

वर्ष 2025 में गुरु के दो गोचर का बनेगा अनूठा संयोग, 3 राशियों के लिए बेहद शुभ

कड़ाके की ठंड में भी नागा साधु कैसे रहते हैं गर्म, जानिए कहां से आती है चमत्कारी शक्ति

Shani Gochar 2025 : वर्ष 2025 में किन राशि के जातकों पर रहेगी साढ़ेसाती व ढैय्या

सभी देखें

नवीनतम

21 जनवरी 2025 : आपका जन्मदिन

21 जनवरी 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

Gupta navaratri: माघ माह की गुप्त नवरात्रि कब से होगी प्रारंभ, क्या है इसका महत्व?

षटतिला एकादशी व्रत करने का क्या है फायदा? जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व

Kumbh mela 2025: मौनी अमावस्या कब है, क्या है इस दिन कुंभ स्नान का महत्व?

अगला लेख