shattila ekadashi 2025: षटतिला एकादशी व्रत 2025 का पारणा मुहूर्त क्या है?

WD Feature Desk
शुक्रवार, 24 जनवरी 2025 (16:13 IST)
Shattila ekadashi puja and parana time : षटतिला एकादशी के दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है तथा इस दिन तिल का दान करने का बहुत महत्व है। इस दिन तिल के उपयोग से आयु वृद्धि होकर पापों तथा रोगों से मुक्ति मिलती है। मान्यतानुसार इस दिन खासकर तिल का दान करने से मन शांत होता है तथा जीवन में खुशहाली आती है। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार वर्ष 2025 में माघ मास की षटतिला एकादशी 25 जनवरी, शनिवार के दिन मनाई जा रही है।ALSO READ: षटतिला एकादशी की पौराणिक कथा
 
धार्मिक मान्यतानुसार षटतिला एकादशी के दिन गाय को तिल-गुड़ या इससे बने लड्‍डू तथा घास खिलाने के बाद पानी पिलाने का बहुत महत्व है। इससे पितृगण प्रसन्न होकर जीवन के समस्त सुखों का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही इस दिन तिल के साथ दक्षिणा में कुछ पैसे भी देने की मान्यता है।ALSO READ: Shattila Ekadashi: 2025 में कब है षटतिला एकादशी, क्यों मनाई जाती है?

तिल के लड्‌डू बनाकर उसमें 1 या 2 रुपए अथवा अपर्न सामर्थ्यनुसार सिक्के रखकर लड्‍डू बनाने के पश्चात तीर्थ स्थान और पुरोहितों को दान देना बहुत महत्वपूर्ण माना गया है, यह एक तरह का गुप्त दान है, इससे जीवन के सभी संकट दूर होकर शुभता प्राप्त होती है।ALSO READ: Shattila Ekadashi: 2025 में कब है षटतिला एकादशी, क्यों मनाई जाती है?
 
आइए यहां जानते हैं षटतिला एकादशी व्रत पर पारण मुहूर्त क्या है?
 
शनिवार, 25 जनवरी 2025 को षटतिला एकादशी
 
माघ कृष्ण एकादशी तिथि की शुरुआत- 24 जनवरी, 2025 को शाम 07 बजकर 25 मिनट से, 
एकादशी का समापन- 25 जनवरी, 2025 को रात्रि 08 बजकर 31 मिनट पर। 

षटतिला एकादशी पारण का शुभ समय जानें : 
 
षटतिला एकादशी पारण/ व्रत तोड़ने का समय- 26 जनवरी, रविवार को सुबह 07 बजकर 12 मिनट से 09 बजकर 21 मिनट तक।
पारण तिथि के दिन द्वादशी का समापन- रात्रि 08 बजकर 54 मिनट पर।
 
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