प्रदोष : जौ, गेहूं और चावल से बने शिवलिंग की पूजा करने के 5 फायदे

अनिरुद्ध जोशी
शिवपुराण अनुसार भगवान विष्णु ने पूरे जगत के सुख और कामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान विश्वकर्मा को अलग-अलग तरह के शिवलिंग बनाकर देवताओं को देने की आज्ञा दी। विश्वकर्मा ने अलग-अलग पदार्थो, धातु व रत्नों से शिवलिंग बनाए। जैसे पारद, मिश्री, जौं चावल, भस्म, गुड़, फल फूल, स्वर्ण रजत, बिबर मिट्टी, दही, मक्खन, हीरे, मोती, मणि, मूंगा, नाग, पार्थिव, तांबा, इंद्रनील, पुखराज, पद्मराग, पीतल, लहसुनिया, रत्न, चंदन, स्फटिक आदि से शिवलिंग बनाए गए।
 
 
सभी शिवलिंग के नाम भी अलग-अलग दिए गए और सभी का प्रभाव भी अलग-अलग बताया गया। शिवलिंग बनाने के बाद सभी की श्रेणियां भी रखी गई। जैसे, देवलिंग, असुरलिंग, अर्शलिंग, पुराणलिंग, मनुष्यलिंग, स्वयंभूलिंग। आओ जानते हैं कि जौं और चावल से बने शिवलिंग की पूजा करने के क्या लाभ हैं।
 
जौ, गेहूं और चावल से बने शिवलिंग:- 
1. इस शिवलिंग का पूजन पारिवारिक समृद्धि के लिए होता हैं।
 
2. जो दम्पति संतानसुख से वंचित हैं उन्हें इस शिवलिंग की पूजा करने से संतान सुख की प्राप्ति होती हैं।
 
3. इस शिवलिंग की पूजा करने से दाम्पत्य सुख की प्राप्ति होती है। पति-पत्नी के बीच के मनमुटाव भी समाप्त हो जाते हैं।
 
4. इससे घर में सुख और शांति बनी रहती है।
 
5. इसे घर में धन और समृद्धि बनी रहती है।
 
जौं, गेहूं, चावल तीनों का एक समान भाग में मिश्रण कर आटे के बने शिवलिंग कि पूजा से परिवार में सुख-समृद्धि एवं संतान का लाभ होकर रोग से रक्षा होती हैं।
 
उपरोक्त पदार्थ से बने शिवलिंग को यवगोधूमशालिजलिंग कहते हैं, जिसे श्रीपुष्टि और पुत्रलाभ के लिए पूजते हैं। इस तरह से बने शिवलिंग की कम से कम 11 सोमवार को या श्रावण सोमवार में सभी दिन पूजा करने से अवश्य की पुत्रलाभ प्राप्त होता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 पर जाने के लिए कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?

12 साल बाद बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

बुद्ध जयंती कब है, गौतम सिद्धार्थ नेपाली थे या भारतीय?

भगवान परशुराम और श्री राम एक ही काल में साथ-साथ थे तो दोनों विष्णु के अवतार कैसे हो सकते हैं?

अमरनाथ यात्रा के बीच इन 5 कठिनाइयों का करना पड़ता है सामना

सभी देखें

नवीनतम

वास्तु के अनुसार कैसे प्राप्त कर सकते हैं नौकरी

Aaj Ka Rashifal: 24 अप्रैल का राशिफल, व्यापार, नौकरी, रोमांस, करियर और सेहत की जानकारी

24 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

24 अप्रैल 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

शनि के बाद बृहस्पति और राहु के राशि परिवर्तन से क्या होगा महायुद्ध?

अगला लेख