chhat puja

Amla Navami: आंवला नवमी पर करें ये 7 विशेष उपाय, मिलेंगे अनगिनत फायदे

WD Feature Desk
सोमवार, 27 अक्टूबर 2025 (16:18 IST)
Akshaya Navami Ke Upay: आंवला नवमी विशेष रूप से आंवले के पेड़ की पूजा, व्रत और परिवार की समृद्धि की कामना के लिए मनाई जाती है। इस दिन के धार्मिक महत्व के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ की भी एक लंबी परंपरा है, जिसे आजकल लोग अपने जीवन में आंवला के सेवन को बढ़ावा देने के लिए मानते हैं।ALSO READ: Mangal gochar 2025: मंगल का वृश्चिक राशि में प्रवेश, 3 राशियों के लिए है अशुभ संकेत

इस दिन की पूजा का उद्देश्य शांति, समृद्धि और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है। इस दिन यदि कुछ खास उपाय किए जाएं, तो व्यक्ति को न सिर्फ मानसिक शांति और शारीरिक स्वास्थ्य के लाभ मिलते हैं, बल्कि यह तात्कालिक और दीर्घकालिक रूप से भी लाभकारी साबित हो सकता है।
 
इस दिन के विशेष उपायों के जरिए आप अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और आंवला के अद्भुत लाभों का पूरा उपयोग कर सकते हैं।
 
आंवला नवमी 2025 के 7 विशेष उपाय, देंगे अनके फायदे
 
1. आंवले के पेड़ की पूजा: आंवले के पेड़ की जड़ में जल और थोड़ा कच्चा दूध अर्पित करें। हल्दी और कुमकुम से तिलक करें और घी का दीपक जलाएं।
 
2. परिक्रमा और कलावा बांधना: पेड़ के चारों ओर लाल धागा (कलावा) 7, 9 या 11 बार बांधें और अपनी सामर्थ्य के अनुसार 7, 9 या 108 बार परिक्रमा करें।
 
3. मंत्र जाप: आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके 'ॐ धात्र्यै नमः' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।
 
4. दान-पुण्य: इस दिन दान का अक्षय फल मिलता है। आंवला, पीले वस्त्र, हल्दी, गाय का घी या अनाज का दान करना शुभ माना जाता है।
 
5. वृक्ष के नीचे भोजन: आंवले के पेड़ के नीचे ब्राह्मणों या ज़रूरतमंदों को भोजन कराएं। फिर स्वयं भी परिवार सहित वहीं बैठकर भोजन करें। माना जाता है कि ऐसा करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है।
 
6. आंवले का सेवन: इस दिन आंवले का सेवन करना बहुत लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि इससे शरीर को आरोग्यता प्राप्त होती है।
 
7. भगवान विष्णु को आंवला अर्पण: इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें और उन्हें आंवला फल अर्पित करें। इससे श्री हरि विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
 
आंवला नवमी के उपाय से मिलने वाले फायदे:
 
• विष्णु और लक्ष्मी की कृपा: आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना जाता है, इसलिए पूजा से उनकी और माता लक्ष्मी की कृपा मिलती है।
 
• अक्षय फल की प्राप्ति: इस दिन किए गए शुभ कार्यों और दान का फल कभी खत्म नहीं होता।
 
• सुख-समृद्धि: घर में सुख-समृद्धि और धन-संपत्ति का वास होता है।
 
• आरोग्य: रोगों से मुक्ति मिलती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
 
• पापों का नाश: सभी पापों का नाश होता है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: Amla Navami 2025: आंवला नवमी कब है, क्या है इस दिन का महत्व

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Surya gochar 2025: सूर्य के तुला राशि में होने से 4 राशियों को मिलेगा लाभ ही लाभ

Chhath puja 2025: छठ पूजा की संपूर्ण सामग्री और विधि

Chhath puja 2025: बिहार में छठ पूजा कब है और क्यों मनाया जाता है?

Numerology: अंक शास्त्र, संख्याओं के रहस्य में छिपा जीवन का विज्ञान

Chhath puja 2025 date: वर्ष 2025 में कब है छठ पूजा, जानिए संपूर्ण दिनों की जानकारी

सभी देखें

नवीनतम

Amla Navami: आंवला नवमी पर करें ये 7 विशेष उपाय, मिलेंगे अनगिनत फायदे

गुरु और बुध का नवपंचम राजयोग, किन राशियों को मिलेगा मिश्रित परिणाम

Amla Navami 2025: आंवला नवमी कब है, क्या है इस दिन का महत्व

Budh gochar 2025: बुध का वृश्चिक राशि में गोचर, 3 राशियों को संभलकर रहना होगा

Chhath puja upay: छठ पूजा पर ज्योतिष और लाल किताब के अचूक उपाय

अगला लेख