गुरुवार विशेष : भूल कर भी न करें यह 5 काम

Webdunia
सप्ताह का हर दिन विशेष होता है। हर दिन के देवता भी निश्चित है। लेकिन इनमें भी गुरुवार का विशेष महत्व है। घर के बड़े बुजुर्ग कुछ काम गुरुवार के दिन नहीं करने की सलाह देते हैं। जानिए 5 ऐसे कौन से काम है जो गुरुवार को कतई नहीं करने चाहिए। यह मतांतर से अंधविश्वास भी हो सकता है लेकिन पीढ़ी दर पीढ़ी यह बातें हस्तांतरित हो रही है। यहां सिर्फ मान्यता दी गई है उसे मानना न मानना आपके विवेक पर निर्भर करता है। 
बाल धोना : गुरुवार को महिलाओं को बाल धोने से इसलिए मनाही की गई है। महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति पति का कारक होता है। साथ ही बृहस्पति ही संतान का कारक होता है। इस प्रकार अकेला बृहस्पति ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है। बृहस्पतिवार को सिर धोने से बृहस्पति कमजोर होता है जिससे बृहस्पति के शुभ प्रभाव में कमी होती है। 
 
बाल कटाना : बाल ना धोने वाला तर्क ही यहां भी लागू होता है। इस दिन बाल भी नहीं कटवाना चाहिए। बाल कटवाने का गलत असर संतान और पति के जीवन पर पड़ता है। उनकी उन्नति बाधित होती है। 
 
पोंछा लगाना : बृहस्पति का प्रभाव शरीर पर रहता है। उसी प्रकार से घर पर भी बृहस्पति का प्रभाव उतना ही गहरा होता है। वास्तु अनुसार घर में ईशान कोण का स्वामी गुरु होता है। ईशान कोण का संबंध परिवार के नन्हे सदस्यों यानी बच्चों से होता है। साथ ही घर के पुत्र संतान का संबंध भी इसी कोण से होता है। ईशान कोण धर्म और शिक्षा की दिशा है। पोछा लगाने से घर का ईशान कोण कमजोर होता है। घर के बच्चों, पुत्रों, घर के सदस्यों की शिक्षा, धर्म आदि पर शुभ प्रभाव में कमी आती है।
 
नाखून काटना :  नाखून गुरुवार को काटना धन हानि का संकेत हैं। इससे घ र के मुखिया की तरक्की कम होती है या बाधित होती है। घर में पीड़ा आती है।
 
शेविंग करना : किसी भी जन्मकुंडली में दूसरा और ग्यारहवां भाव धन के स्थान होते हैं। गुरु ग्रह इन दोनों ही स्थानों का कारक ग्रह होता है। गुरुवार को गुरु ग्रह को कमजोर किए जाने वाले काम करने से धन की वृद्धि रुक जाती है। धन लाभ की जो भी स्थितियां बन रही हों। उन सभी में रुकावट आने लगती है। गुरुवार के दिन शेविंग करना भी इसीलिए निषेध है। शरीर के बालों को साफ करना गुरुवार के दिन उचित नहीं माना जाता है। 

Show comments

ज़रूर पढ़ें

सावन सोमवार से संबंधित आरती चालीसा सहित महत्वपूर्ण जानकारी

कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा क्यों नहीं है? जानिए कब और कैसे हुआ भारत से अलग?

देवशयनी एकादशी की पूजा, उपाय, व्रत का तरीका, मंत्र और महत्व

नागपंचमी का त्योहार कब मनाया जाएगा, पूजा का शुभ मुहूर्त जानिए

अमरनाथ यात्रा में रखें ये 5 सावधानियां, यात्रा रहेगी पूर्ण सुरक्षित

सभी देखें

नवीनतम

आषाढ़ी शुक्ल नवमी को क्यों कहते हैं भड़ली नवमी?

श्रावण माह में इस बार कितने सोमवार हैं और किस तारीख को, जानिए

वर्ष 2025 में कब से शुरू हो रहा है सावन माह का सोमवार, जानिए श्रावण मास डेट एंड पूजा टाइम

सावन मास में शिवजी की पूजा से पहले सुधारें अपने घर का वास्तु, जानें 5 उपाय

आशा दशमी पर्व क्या है, क्यों मनाया जाता है, जानें, महत्व और पूजन के शुभ मुहूर्त

अगला लेख