हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार हर महीने में एक अमावस्या पड़ती आती है और एक वर्ष में कुल 12 अमावस्याएं होती हैं। मान्यता है कि हर मास की अमावस्या का अपना विशेष महत्व होता है। वैशाख अमावस्या (Vaishakh Amavasya 2023) को सतुवाई अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है।
अत: हर माह आने वाली अमावस्या तिथि पर कुछ ज्योतिषीय उपाय भी किए जाते हैं, जिसमें कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए तो यह दिन अधिक लाभकारी माना गया है। वैशाख अमावस्या के दिन धर्म-कर्म, स्नान एवं दान तथा पितरों के निमित्त तर्पण करना चाहिए, क्योंकि इन सभी कार्यों के लिए अमावस्या बहुत ही शुभ तिथि मानी गई है।
हर अमावस्या तिथि का धार्मिक महत्व होने के कारण इस दिन तामसिक वस्तुओं का सेवन तथा नशा आदि करने से बचना चाहिए। इस दिन नकारात्मक सोच बढ़ जाती है, इसीलिए ज्यादा से ज्यादा समय धार्मिक कार्यों में व्यतीत करना चाहिए। साथ ही इस दिन पितरों की शांति, ग्रह दोष निवारण आदि से मुक्ति के लिए भी उपाय किए जाते हैं।
इस बार 20 अप्रैल 2023, बृहस्पतिवार को वैशाख अमावस्या या सतुवाई अमावस्या पड़ रही है। आइए जानते हैं इस दिन क्या करें। दान की सूची और मुहूर्त के बारे में-
सतुवाई अमावस्या पर क्या करें :
1. अमावस्या के दिन उपवास रखें।
2. सतुवाई अमावस्या के दिन पूजन-पाठ, दान तथा धार्मिक कार्य करने का बहुत अधिक महत्व है।
3. इस दिन व्यक्ति को नकारात्मक शक्तियां अपने प्रभाव में ले लेती हैं, अत: इस कारण मन में नकारात्मक सोच बढ़ जाती है, अत: अपनी सोच को सकारात्मक बनाने के लिए हनुमान जी के मंत्रों तथा हनुमान चालीसा, बजरंगबाण आदि का पाठ करते रहना चाहिए।
4. अधिक भावुक प्रवृत्ति के लोगों के लिए अमावस्या का दिन भारी रहता है, और ऐसे लोगों पर इस दिन का ज्यादा प्रभाव पड़ता है अत: ऐसे लोगों को धार्मिक कार्यों तथा पूजा-पाठ में मन लगाकर अति भावुकता से बचना चाहिए तथा इस दिन सकारात्मकता के साथ बिताना चाहिए।
5. इस दिन तामसिक वस्तुओं के सेवन से बचना चाहिए तथा शराब, सिगरेट या अन्य नशीली चीजों से दूरी बनाकर रखना चाहिए, अमावस्या पर नशा करने से शरीर के साथ-साथ आपके भविष्य पर भी दुष्परिणाम होते हैं।
6. वैशाख/ सतुवाई अमावस्या पर पितरों की शांति, ग्रह दोष, कालसर्प दोष आदि से मुक्ति के लिए उपाय करें, लाभ होगा।
7. इस दिन अधिक से अधिक- 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम: मंत्र का जाप करना अतिलाभकारी होता है।
सतुवाई अमावस्या के मुहूर्त-
वैशाख कृष्ण अमावस्या का प्रारंभ- 19 अप्रैल 2023 को 11:23 ए एम से
वैशाख कृष्ण अमावस्या का समापन- 20 अप्रैल 2023 को 09:41 ए एम पर होगा।
सतुवाई अमावस्या स्नान एवं दान का मुहूर्त- सुबह 04.23 से सुबह 05.07 मिनट तक।
राहुकाल- 01:58 पी एम से 03:35 पी एम
गुलिक काल- 09:06 ए एम से 10:43 ए एम
यमगण्ड- 05:51 ए एम से 07:28 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 11:54 ए एम से 12:46 पी एम
अमृत काल- 04:11 पी एम से 05:44 पी एम
दान की सूची-daan ki samgri
सतुवाई अमावस्या के दिन इन चीजों का दान करना चाहिए-
1. चने की दाल,
2. रुई,
3. साबुन,
4. कंघी,
5. चांदी के बर्तन,
6. मटकी,
7. खरबूजा,
8. कलश,
9. जल,
10. चादर,
11. तिल,
12. वस्त्र,
13. शर्बत,
14. छाता,
15. साबूदाना,
16. खिचड़ी,
17. धार्मिक पुस्तकें,
18. उड़द दाल,
19. फल,
20. तेल,
21. मिठाई आदि।