Weekly Calendar 2023: नए सप्ताह के शुभ एवं मंगलमयी मुहूर्त, जानिए (30 जनवरी से 5 फरवरी)

पं. हेमन्त रिछारिया
Weekly Muhurat 2023 
 
यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं 30 जनवरी से 5 फरवरी 2023 तक के शुभ मुहूर्त। वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए लेकर आया हैं साप्ताहिक मुहूर्तों के बारे में खास जानकारी। इस नए हफ्ते में जानिए किन ग्रहों का होगा खास गोचर, व्रत-त्योहार तथा दिवस से जुड़ी हर जानकारी-
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 30 जनवरी से 5 फरवरी 2023 तक)
 
30 जनवरी 2023, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-कृत्तिका
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-रवियोग
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-बहते जल में बताशे प्रवाहित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

31 जनवरी 2023, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-रोहिणी
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृषभ
व्रत/मुहूर्त-भद्रा
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

1 फरवरी 2023, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मृगशिरा
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-आग्नेय 
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-जया एकादशी व्रत (सर्वे.)
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र में हरे फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

2 फरवरी 2023, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आर्द्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मिथुन
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/प्रदोष व्रत (पंचांग भेद)
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-शिवलिंग का दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

 
3 फरवरी 2023, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत (पंचांग भेद)/गुरु गोरखनाथ जयंती
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में छैने से बनी मिठाई अर्पित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

4 फरवरी 2023, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-रवियोग/भद्रा
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-जरूरतमंदों को काला कंबल दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

5 फरवरी 2023, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2023
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-उत्तरायण
मास-माघ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शिशिर
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मकर
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-रविपुष्य योग/सर्वार्थसिद्धि योग/पूर्णिमा व्रत/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com


Weekly Muhurat 2023 
 


ALSO READ: माघी पूर्णिमा कब है, क्या करें इस दिन

ALSO READ: Mangal dosh : मंगल यदि अष्टम भाव में है तो क्या करें और जानिए भविष्य

सम्बंधित जानकारी

Show comments

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

एकादशी पर श्रीहरि विष्णु के साथ करें इन 3 की पूजा, घर में लक्ष्मी का स्थायी वास हो जाएगा

गंगा सप्तमी का त्योहार क्यों मनाया जाता है, जानिए महत्व

Shukra aditya yoga 2024: शुक्रादित्य राजयोग से 4 राशियों को होगा बेहद फायदा

04 मई 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका

अगला लेख