चौघड़िया का अर्थ क्या है? जानिए हर चौघड़िया के शुभ-अशुभ फल, चतुर्षिका मुहूर्त

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चौघड़िया किसे कहते हैं? what is chaughadiya

क्यों कोई भी काम चौघड़िया देखकर किए जाते हैं, हर चौघड़िया का क्या है फल? आइए जानते हैं 
 
चौघड़िया का अर्थ चार घड़ी से है जिसमें कुल 96 मिनट होते हैं। चौघड़िया में ‘चौ’, का अर्थ चार है और ‘घड़ी’ का अर्थ है समय अवधि। इसे ‘चतुर्षिका मुहूर्त’ के रूप में भी जाना जाता है। ज्योतिषीय दृष्टि से अच्छे और बुरे सात चौघड़िया हैं। 
 
उदवेग चौघड़िया-चौघड़िया में उदवेग सूर्य ग्रह द्वारा शासित है। इस घड़ी को अशुभ माना जाता है। हालांकि, उदवेग में सरकार से संबंधित कार्य करने से फलदायक परिणाम मिलते हैं।
 
लाभ चौघड़िया - लाभ चौघड़िया बुध ग्रह द्वारा शासित है। यह समय शुभ माना जाता है और किसी भी व्यावसायिक या शैक्षिक संबंधित कार्य को शुरू करने के लिए बहुत उपयुक्त है।
 
चर चौघड़िया - शुक्र द्वारा शासित चर तीसरा चौघड़िया है जिसे यात्रा के प्रयोजनों के लिए शुभ मुहूर्त माना जाता है।
 
रोग चौघड़िया - चौघड़िया का चौथा मुहूर्त रोग, मंगल ग्रह द्वारा शासित है। इस अशुभ मुहूर्त में व्यक्ति को कोई भी शुभ काम शुरू नहीं करना चाहिए और न ही चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए। इस अवधि में युद्ध और शत्रु से संघर्ष होता है।
 
शुभ चौघड़िया - शुभ चौघड़िया बृहस्पति ग्रह द्वारा शासित है और किसी भी कार्य को करने के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दौरान विवाह, पूजा, यज्ञ और अन्य धार्मिक गतिविधियां की जानी चाहिए। धन संचय के लिए, इस अवधि को शुभ मुहूर्त या फलदायी समय माना जाता है।
 
काल चौघड़िया - काल एक अशुभ चौघड़िया है जो शनि ग्रह द्वारा शासित है। इस अवधि में कार्य स्थगित रखें। 
 
अमृत ​​चौघड़िया - चौघड़िया के इस अंतिम मुहूर्त पर चंद्रमा ग्रह का शासन होता है। यह दिन का सबसे शुभ समय है। इस अवधि में किया गया कोई भी काम सकारात्मक परिणाम देता है।

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