गजकेसरी योग किसे कहते हैं?

Webdunia
गुरुवार, 9 दिसंबर 2021 (11:31 IST)
ज्योतिष के अनुसार कुंडली में कई प्रकार के योग होते हैं, जैसे पंचमहापुरुष योग, पराशरी राजयोग, नीचभंग राजयोग, धनयोग आदि। इन्हीं में से एक होता है गजकेसरी योग। आओ जानते हैं कि क्या होता है यह योग।
 
 
क्या होता है गजकेसरी योग (What is Gajakesari Yoga called): यदि कुंडली में यदि किसी जातक की जन्मपत्रिका में गुरु और चन्द्र एक दूसरे से केन्द्र में स्थित हों तब गजकेसरी नामक योग बनता है। और यदि यह दोनों ग्रह किसी क्रूर ग्रह से संबंध नहीं रखते हों तो कुंडली में गज केसरी राजयोग बनता है। अर्थात इन दोनों ग्रहों पर कोई पाप ग्रह या क्रूर ग्रह का प्रभाव ना हो तो गजकेसरी योग की शुभता में कई गुना वृद्धि हो जाती है।
 
 
क्या फल होता है गज केसरी योग का (What is the result of gaj kesari yog) : कहते हैं कि इस योग के बनने से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन-सम्पदा, स्त्री सुख, सन्तान सुख, घर, वाहन, पद-प्रतिष्ठा, सेवक आदि में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आती है। वह जीवन पर्यंत सुख-समृद्धि युक्त रहता है और वह सफलता के शिखर को छूता है और वह उच्चपद प्राप्त करता है। इस योग को अत्यंत शुभ माना जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Hanuman jayanti : हनुमान जन्मोत्सव को जयंती कहना ही सही है?

Mahavir jayanti 2024: भगवान महावीर स्वामी अपने पूर्वजन्म में क्या थे?

Hanuman Jayanti : हनुमान जन्मोत्सव पर उन्हें अर्पित करें 5 तरह के भोग

चैत्र पूर्णिमा 2024: जीवन का हर काम आसान बनाएंगे श्री हनुमान जी के 10 उपाय

Hanuman jayanti 2024: हनुमान जयंती कैसे मनाएं, जानें नियम और पूजा विधि

Lakshmi Narayan Yog: लक्ष्मी नारायण योग क्या होता है, असीम धन-संपदा और सफलता देता है यह योग

Shukra Gochar : प्रेम का ग्रह शुक्र करेगा मंगल की राशि मेष में प्रवेश, 4 राशियों के जीवन में बढ़ जाएगा रोमांस

20 अप्रैल 2024 : आपका जन्मदिन

20 अप्रैल 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

Vastu Tips: रेमेडियल वास्‍तु के हिसाब से बैलेंस करें रिश्‍ते, नहीं होंगे खराब संबंध

अगला लेख