धन की इच्छा हो तो खीर से शिव का अभिषेक करें।
यदि सुख-समृद्धि की इच्छा हो तो भांग को घोटकर शिवजी का अभिषेक करें, लाभ होगा।
मारकेश या मारक दशा चल रही हो तो मृत संजीवनी या महामृत्युंजय मंत्र के सवा लाख जप कराकर अभिषेक करें।
कालसर्प के लिए भी शिवपूजा विशेष फलदायी है। कलियुग में शिव की पार्थिव पूजा का विधान भी है। इसके लिए बांबी, गंगा, तालाब, वेश्या के घर और घुड़साल की मिट्टी तथा मक्खन और मिश्री मिलाकर 108 शिवलिंग बनाकर उनका अभिषेक करें तो सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी, लेकिन सायंकाल को यह सभी 108 शिवलिंग जल में प्रवाहित कर दें।