पुखराज और पन्ना पहना है तो रहें सावधान हो सकते हैं नुकसान

Webdunia
Pukharaj And Panna
ज्योतिष के अनुसार रत्नों को उनकी राशि के साथ ही कुंडली में स्थित ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही पहनना चाहिए क्योंकि यह नुकसानदायक भी हो सकते हैं और फायदेमंद भी। आओ जानते हैं कि यदि आपने पुखराज और पन्ना पहन रखा है तो क्यों हो जाएं सावधान और क्या होगा नुकसान।
 
 
ये लोग पुखराज न पहनें :
 
1. वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और मकर राशि वालों को पुखराज नहीं पहनना चाहिए।
 
2. यदि गुरु चौथे, सातवें या दसवें भाव में है तो पुखराज को धारण करने के लिए सलाह लें। 2/7/10 लग्न वाले पुखराज न पहनें। 
 
3. पुखराज के साथ पन्ना व हीरा धारण करने से बचें या सलाह लें। दोष वाला पुखराज धारण न करें। 
 
4. धनु लग्न में यदि गुरु लग्न में है तो पुखराज या सोना केवल गले में ही धारण करना चाहिए, हाथों में नहीं। यदि हाथों में पहनेंगे तो ये ग्रह कुंडली के तीसरे घर में स्थापित हो जाएगा।
 
5. गुरु ग्रह के निर्बल होने पर पुखराज धारण करने से उसके शक्तिशाली होने से ऋणात्मक प्रभाव समाप्त हो जाता है। 
 
6. बृहस्पति या गुरु की राशि धनु और मीन राशि वालों के लिए पुखराज पहनने की सलाह दी जाती है। मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु और मीन राशि वाले लोग यदि पुखराज पहनते हैं तो संतान, विद्या, धन और यश में सफलता मिलती है। गुरुवार को जन्मे तथा जिनकी कुंडली में कर्क राशि पर सूर्य-चंद्र-गुरु हो अवश्य पहनें।
 
 
ये लोग पन्ना धारण न करें :
 
1. लाल किताब के अनुसार बुध तीसरे या 12वें हो तो पन्ना नहीं पहनना चाहिए इससे नुकसान होगा।
 
2. ज्योतिष के अनुसार 6, 8, 12 का बुध स्वामी हो तो पन्ना पहनने से अचानक नुकसान हो सकता है। इसलिए पहले किसी ज्योतिष को कुंडली दिखाएं फिर ही पहनें।
 
3. यदि बुध की महादशा चल रही है और बुध 8वें या 12वें भाव में बैठा है तो भी पन्ना धारण करने से समस्या उत्पन्न हो सकती है।
 
4. नकली, अशुद्ध, टूटा-फूटा, धब्बेदार, चमकदार, स्वर्ण रंग का या अन्य रंग का पन्ना धारण करने से धन, समृद्धि और संतान पक्ष का नाश हो जाता है।
 
5. उचित धातु, नक्षत्र, दिन और ग्रहों की स्थिति देखे बगैर पन्ना धारण किया है तो वह भी नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

सावन सोमवार से संबंधित आरती चालीसा सहित महत्वपूर्ण जानकारी

कैलाश मानसरोवर भारत का हिस्सा क्यों नहीं है? जानिए कब और कैसे हुआ भारत से अलग?

देवशयनी एकादशी की पूजा, उपाय, व्रत का तरीका, मंत्र और महत्व

नागपंचमी का त्योहार कब मनाया जाएगा, पूजा का शुभ मुहूर्त जानिए

अमरनाथ यात्रा में रखें ये 5 सावधानियां, यात्रा रहेगी पूर्ण सुरक्षित

सभी देखें

नवीनतम

07 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

07 जुलाई 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Aaj Ka Rashifal: जानें श्रीहरि के आशीर्वाद से आज किन राशियों की चमकेगी किस्मत, पढ़ें 06 जुलाई 2025 का राशिफल

06 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

06 जुलाई 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

अगला लेख