8 अक्टूबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त

पं. हेमन्त रिछारिया
आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
 
प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त
 
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-कोजागिरी व्रत/भद्रा     
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में सवा किलो इमरती चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 
ALSO READ: दीपावली के 5 दिन के शुभ मुहूर्त एक साथ नोट कर लीजिए

ALSO READ: दिवाली पर महालक्ष्मी पूजा में वास्तु का कैसे रखें ध्यान, टिप्स हैं आसान

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कहीं आप शिवलिंग की अधूरी पूजा तो नहीं कर रहे हैं?

शिवलिंग की आधी परिक्रमा करने के पीछे का रहस्य जानें

सावन मास में भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, महादेव हो जाएंगे रुष्ट

नाग पंचमी का त्योहार कब रहेगा, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त

गुरु की राशि में शनि की वक्री चाल, 5 राशियों का बुरा हाल, 4 को होगा लाभ, 3 का मिश्रित परिणाम

सभी देखें

नवीनतम

18 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

18 जुलाई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

सावन मास का पहला प्रदोष कब है, जानें पूजा का मुहूर्त और संकट मुक्ति के 5 उपाय

भगवान शिव का पंचाक्षरी मंत्र, इसका जप करने से भोले बाबा होंगे प्रसन्न

शिव पंचाक्षर स्तोत्र के फायदे

अगला लेख