शुक्र खूबसूरती के देव हैं। जीवन में जो भी ऐश्वर्य और आराम मिलता है वह शुक्र की ही कृपा से मिलता है। शुक्र वैभव और विलासिता भी देता है लेकिन जब शुक्र अशुभ फल देता है, तो त्वचा संबंधी रोग बढ़ने लगते हैं। सौंदर्य क्षीण हो जाता है। जातक का अंगूठा बिना किसी बीमारी के बेकार हो जाता है। स्वप्न-दोष बार-बार होने लगता है एवं त्वचा में विकार (त्वचा संबंधी रोग) होने लगता है।
* हीरा, स्फटिक अथवा अमेरिकन डायमंड मध्यमिका अंगुली में धारण करें।
* ॐ शुं शुक्राय नम: का जाप करें।
* दूसरों के पालन-पोषण की जिम्मेदारी लें।
* सफेद-चंदन, सफेद-चावल, सफेद-वस्त्र, सफेद-चित्र, सफेद-फूल, चांदी, हीरा, घी, स्वर्ण, दही, सुंगधित-द्रव्य एवं शक्कर के साथ दक्षिणा रखकर किसी कन्या या एक आंख वाले को शुक्रवार के दिन दान करें।