राहु-केतु का राशि परिवर्तन

वृषभ, मिथुन और कुंभ राशि रहें सचेत

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ज्योतिषशास्त्र के अनुसार 17 नवम्बर के दिन राहु मकर राशि को छोड़कर धनु राशि में और केतु कर्क राशि छोड़कर मिथुन राशि में प्रवेश कर रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस राशि परिवर्तन से मकर राशि में गुरु और राहु का चांडाल योग समाप्त होगा। इससे प्राकृतिक विपदाओं की अशुभता कम होगी और उनसे देश को सुरक्षा मिलेंगी। फिर भी आतंकवादी हमले बढ़ने और खाद्य पदार्थों के दाम में तेजी की संभावना है। आज के दिन वृषभ, मिथुन और कुंभ राशि के जातकों को सचेत रहने की ज्यादा जरूरत है। उनके लिए महामृत्युं ज य मंत्र का जप काफी उपयोगी साबित हो सकता है।

आज राहु की उच्च दृष्टि द्वितीय स्थान पर और केतु की उच्च दृष्टि अष्टम भाव पर है। फिर भी 16 नवम्बर के दिन सूर्य के वृश्विक राशि में प्रवेश हो जाने से राहु के नकारात्मक परिणामों से सूर्य की पूरी सुरक्षा प्राप्त होगी। धर्म विवाद खड़े हो सकते हैं। लेकिन देश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार राहु-केतु सूर्य और चंद्र की भ्रमण कक्षा से गुजर रहें है। राहु-केतु स्थूल रूप के ग्रह नहीं है। धनु राशि गुरू और धर्म की राशि है। धनु राशि में राहु के प्रवेश से और मिथुन राशि में केतु के आने से धार्मिक विवाद खड़े हो सकते है, साथ ही संघर्षमय बनकर काफी लंबे समय तक चल सकते है। स्वतंत्र भारत की कुंडली के अनुसार राहु-केतु राशि परिवर्तन से देश की आर्थिक स्थिति में उत्तरोत्तर सुधार होगा।

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