अक्षय तृतीया पर ऐसे करें ग्रहों की शांति के दान...

पं. उमेश दीक्षित
* अक्षय तृतीया के दिन क्या और कौन से ग्रह का दान करें, जानिए...
 
कष्ट हमारे कर्मफल हैं तथा जन्म कुंडली में कर्म का दर्पण है। अत: यह जानकर किसी योग्य विद्वान से सलाह लेकर क्या और कौन से ग्रह का दान करना है, वो अक्षय तृतीया के दिन करें। अक्षय तृतीया पर दान का विशेष महत्व है। ग्रहों के अनुसार दान निम्नलिखित है-
 
1. सूर्य : गेहूं, माणिक्य, लाल वस्त्र, लाल चंदन तथा तांबा यथाशक्ति दान करें। लेकिन दान का मतलब है कि दान की गई वस्तु दान ग्रहणकर्ता के किसी उपयोग में आए, न‍ कि नाममात्र का दान। दूसरा- सूर्योदय के समय तथा सूर्य मंत्र- 'ॐ ह्रीं सूर्याय नम:' मंत्र जप कर तथा संकल्प अवश्य लें।
 
2. चन्द्र- सूर्यास्त के समय सफेद वस्त्र, चावल, घी, दही, मोती, चांदी इत्यादि। मंत्र जपें- 'ॐ सोमाय नम:।' 
 
3. मंगल- संध्याकाल में लाल वस्त्र, लाल चंदन, मूंगा, गुड़, मसूर दाल, ताम्रपत्र आदि। मंत्र- 'ॐ अं अंगारकाय नम:' जपें।
 
4. बुध- हरा वस्त्र, कांसे का पात्र, घी, हरा-खड़ा मूंग, संध्या करीब 4 बजे तथा मंत्र जपें- 'ॐ बुं बुधाय नम:'।
 
5. बृहस्पति (गुरु)- संध्या के समय, पीत वस्त्र, चना दाल, स्वर्ण, शहद, ग्रंथ आदि मंत्र- 'ॐ बृं बृहस्पतये नम:' जपें।
 
6. शुक्र- सूर्योदय के समय 'ॐ शुं शुक्राय नम:' जपें तथा श्वेत वस्त्र, चावल, दही, घी, चांदी, हीरा व इत्र दान करें।
 
7. शनि- दोपहर को जपें- 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' तथा लोहा, काला तिल, काला खड़ा उड़द, नीलम, काला वस्त्र दान करें।
 
8. राहु- रात्रि के समय 'ॐ रां राहवे नम:' जपें तथा सप्त धान्य, नीला वस्त्र, गोमेद, तिल्ली का तेल, सीसा व लोहा आदि दान करें।
 
9. केतु- रात्रि के समय तिल का तेल, लोहा, लहसुनिया आदि दान करें।
 
इसके अलावा सभी पापों के प्रा‍यश्चित के लिए गौदान, भूमि दान, ब्राह्मण को आमान्न (सीदा) दान किए जा सकते हैं। गौदान आदि के सामर्थ्य के अनुसार गौ निष्क्रय द्रव्य दिया जा सकता है। संकल्प अवश्य लें तथा यथाशक्ति दक्षिणा दें।

ALSO READ: अक्षय तृतीया : 12 राशि के अनुसार यह हैं शुभ खरीदी
 
विशेष प्रयोग- नारियल गोले को ऊपर से काटकर उसमें शकर, मोटा सिंका हुआ आटा मिलाकर वापस उसी नारियल के टुकड़े बंद कर काले कपड़े से बांधकर पीपल के नीचे आधा हाथ खोदकर पोला-पोला मिट्टी से ढंक दें। समय सूर्यास्त के ठीक पहले हो। सभी पापों का नाश होता है तथा आत्मोन्नति होती है।
इति।

ALSO READ: अक्षय तृतीया पर करें समस्या समाधान, जानिए 6 सरल उपाय...

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

lunar eclipse 2025: वर्ष 2025 में कब लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिए कहां नजर आएगा

Makar Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: मकर राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

Budh vakri 2024: बुध वृश्चिक में वक्री, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

Dhanu Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: धनु राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

विवाह के बाद गृह प्रवेश के दौरान नई दुल्हन पैर से क्यों गिराती है चावल से भरा कलश? जानिए क्या है इस रस्म के पीछे का कारण

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: कैसा रहेगा आज आपका दिन, क्या कहते हैं 26 नवंबर के सितारे?

26 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

2025 predictions: बाबा वेंगा की 3 डराने वाली भविष्यवाणी हो रही है वायरल

26 नवंबर 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

परीक्षा में सफलता के लिए स्टडी का चयन करते समय इन टिप्स का रखें ध्यान

अगला लेख