क्यों चढ़ाते हैं पीले चावल, जानिए राज और सरल उपाय

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अक्षत की महत्ता आश्चर्यजनक रूप से असरकारी मानी गई है। हर पूजन-आराधना-अर्चना इसके बिना अधूरी है। यहां प्रस्तुत है सरलतम उपाय... 
 
हर दिन पूजा में चावल का प्रयोग कीजिए और बचे चावल मंदिर में दान कर दीजिए या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे दें ऐसा हर सोमवार को करें। इस उपाय को अपनाने से कुछ ही समय में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने लगेंगे। धन संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में चावल के सटीक उपाय बताए गए हैं.
 
किसी भी शुभ मुहूर्त में सुबह जल्दी उठें। सभी नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद लाल रंग का कोई रेशमी कपड़ा लें। अब उस लाल कपड़े में पीले चावल के 21 दाने रखें। ध्यान रहें चावल के सभी 21 दाने पूरी तरह से अखंडित होना चाहिए यानि कोई टूटा हुआ दाना न रखें। उन दानों को कपड़े में बांध लें। लाल कपड़े में 21 पीले चावल के दाने बांधने के बाद धन की देवी माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजन करें। पूजा में यह लाल कपड़े में बंधे चावल भी रखें। पूजन के बाद यह लाल कपड़े में बंधे चावल अपने पर्स में छिपाकर रख लें। ऐसा करने पर महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन संबंधी मामलों में चल रही रुकावटें दूर हो जाती हैं।  
 
चावल पीले कैसे करें : चावल को पीला करने के लिए हल्दी का प्रयोग करें। इसके लिए हल्दी में थोड़ा पानी डालें। अब गीली हल्दी में चावल के 21 दाने डालें। इसके बाद अच्छे से चावल को हल्दी में रंग लें। चावल रंग जाए इसके बाद इन्हें सुखा लें। इस प्रकार तैयार हुए पीले चावल का उपयोग पूजन कार्य में करें।  

शास्त्रों के अनुसार पीले चावल का उपयोग पूजन कर्म में करने से देवी-देवताओं की कृपा बहुत ही जल्द प्राप्त हो जाती है। किसी भी देवी-देवता को निमंत्रण देने के लिए चावल को पीला किया जाता है। पीले चावल देकर आमंत्रित किए गए हर भगवान अवश्य ही भक्त के घर पधारते हैं। यदि पर्स में पीले चावल रखेंगे तो महालक्ष्मी की कृपा हमेशा आप बनी रहेगी।   

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