इस 1 उपाय से मिलेगी कालसर्प दोष से मुक्ति, नागपंचमी पर पढ़ें शिव गायत्री मंत्र

Webdunia
Nagpanchami Mantra

13 अगस्त को नागपंचमी है। जिन्हें कालसर्प दोष होता है उन्हें नागपंचमी के दिन पूजा करने से लाभ होता है। ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में ग्रह जब राहु और केतु के मध्य आ जाते हैं तो कालसर्प दोष लग जाता है। समस्त ज्योतिष ग्रंथों अलावा महर्षि पाराशर और वराहमिहिर के शास्त्रों में भी कालसर्प दोष का वर्णन मिलता है। 
 
इस दिन नागदेव को दूध सिर्फ चढ़ाया जाता है पिलाने से उन्हें कष्ट होता है। नागदेव की आराधना से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। इस दिन विशेष रूप से शिव मंदिर में 1 माला शिव गायत्री मंत्र का जप करने और चांदी, सोने या तांबे के नाग-नागिन के जोड़े चढ़ाने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
 
शिव गायत्री मंत्र का लाभदायी उपाय- 
 
'ॐ तत्पुरुषाय विद्‍महे, महादेवाय धीमहि तन्नोरुद्र: प्रचोदयात्।'
 
नागपंचमी के दिन शिव मंदिर में 21 चंदन धूपबत्ती और 5 तेल या घी के दीपक लगाकर शिव गायत्री मंत्र का जाप करने से निश्चित रूप से शुभ फल प्राप्त होगा। धन-धान्य, संपत्ति, समृद्धि, ऐश्वर्य, सौभाग्य, वैभव, सफलता, प्रगति और संतान सुख का आशीष मिलता है।

ALSO READ: 13 अगस्त को है नागपंचमी: विशेष सामग्री यहां पढ़ें

ALSO READ: कुंडली में विषयोग या विषकन्या योग है तो करें नागपंचमी पर ये उपाय

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

2025 में रक्षाबंधन पर नहीं होगा भद्रा का साया, पंचक भी नहीं बनेंगे बाधक, वर्षों बाद बना है ऐसा शुभ संयोग, जानिए राखी बांधने के श्रेष्ठ मुहूर्त

राहु और मंगल का षडाष्टक योग क्या होगा 12 राशियों का राशिफल

रक्षा बंधन का त्योहार कब है, जानिए राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

क्या सच हो रही बाबा वेंगा की भविष्यवाणी? धरती की ओर आ रहा ‘दानव’, नासा भी हैरान

सावन में शिवजी को कौनसे भोग अर्पित करें, जानें 10 प्रमुख चीजें

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: सकारात्मक ऊर्जा से भरा रहेगा आज का दिन, 02 अगस्त को चमकेगा इन राशियों का सितारा

02 अगस्त 2025 : आपका जन्मदिन

02 अगस्त 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

28 जुलाई से 13 सितंबर तक 5 राशियों का गोल्डन टाइम

शनि का मीन, राहु का कुंभ, केतु का सिंह और गुरु का मिथुन में गोचर होने से 3 राशियां ही रहेंगी बचकर

अगला लेख