बृहस्पति कुंडली का महत्वपूर्ण ग्रह है जिससे ज्ञान, विद्या, धन, संतान, गृहस्थ सुख तथा प्रसिद्धि व पारलौकिक सुख का विचार किया जाता है।
बृहस्पति ने दिनांक 9 दिसंबर 08 को मकर में प्रवेश किया था और नीच राशिगत हो गए थे। साथ में राहु भी स्थित हो चांडाल योग बना रहे थे। अत: एक मई से 30 जुलाई 09 तक बृहस्पति अतिचारी हो कुंभ राशि में विराजेंगे। हालाँकि अतिचारी होने से शुभ फलों में कमी आती है मगर नैसर्गिक शुभता तो बनी रहेगी।
ND
राशियों पर प्रभाव
मेष : स्वास्थ्य में सुधार, आय के साधनों में वृद्धि, मित्र परिवार से सहयोग।
वृषभ : पिता से सहयोग-लाभ, आर्थिक योग अच्छे मगर पद हानि या नौकरी-स्थान परिवर्तन संभव।
मिथुन : अध्यात्म में रुचि बढ़ेगी, गुरु का मार्गदर्शन लें, निर्णय लेने में सावधानी अपेक्षित।
कर्क : आर्थिक खींचतान संभव, स्वास्थ्य का ध्यान रखें, कागज-पत्रों के व्यवहार में सावधानी अपेक्षित।
सिंह : जीवनसाथी से मतभेद संभव, पार्टनरशिप में दिक्कत आ सकती है। धन का निवेश सावधानी से करें।
कन्या : शत्रु पराजित होंगे, कोर्ट-कचहरी के कामों में यश, लाभ।
तुला : संतान से शुभ समाचार की प्राप्ति, विद्या योग उत्तम। प्रणय संबंधों में यश।
वृश्चिक : माँ के स्वास्थ्य में परेशानी, मानसिक चिंता, जमीन के क्रय-विक्रय में नुकसान।
धनु : लाभ का समय, मित्र-बांधवों से लाभ, प्रवास संभव, आर्थिक उन्नति।
मकर : वाणी के कार्यों में यश, संपत्ति वृद्धि, धन लाभ।
कुंभ : स्वास्थ्य की चिंता, आत्मविश्वास में कमी, निर्णय लेते समय सावधानी अपेक्षित।
मीन : अनपेक्षित व्यय, प्रवास से हानि, पैरों की तकलीफ संभव।
गुरु की प्रतिकूल स्थिति में पीली वस्तु का दान करें । ॐ गुं गुरवे नम: मंत्र का नियमित जाप करें।