अयोध्या। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में मुख्य मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी आगामी 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन समारोह का न्योता मिलने से काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि जो होना था वह हो चुका है और अब हम सभी को आगे बढ़ना चाहिए।
अंसारी ने कहा कि अयोध्या में गंगा-जमुना की तहजीब है, जो हमेशा बनी रहती है। हम हमेशा साधु- संतों व मंदिरों के बीच ही रहे हैं। हमारा धर्म सभी धर्मों का सम्मान करता हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण हो रहा है और माननीय प्रधानमंत्री भूमि पूजन करने आ रहे हैं। हमें भी न्योता मिला है। हम प्रधानमंत्री को रामायण व रामनामी दुपट्टा भेंट करेंगे। साथ ही उनसे मिलने का अगर मौका मिला तो अयोध्या के विकास व रोजगार के बारे में जरूर बात करेंगे।
नहीं चाहिए मस्जिद : अंसारी ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर अयोध्या के धन्नीपुर गांव में सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को मिली जमीन पर मस्जिद बनाए जाने संबंधी सवाल पर कहा कि वहां पहले से ही 22 मस्जिदें हैं। वहां मस्जिद की जरूरत नहीं है।
उल्लेखनीय है कि अंसारी के पिता हाशिम अंसारी राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के सबसे पुराने पक्षकार थे। 2016 में हाशिम के निधन के बाद इकबाल पक्षकार बने।
इस्माइल अंसारी भी खुश हैं : दूसरी ओर, इंडियन मुस्लिम समाज के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष 85 वर्षीय इस्माइल अंसारी ने भी पीएम मोदी को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए बधाई दी साथ ही उनकी लंबी उम्र की दुआ मांगी। उन्होंने कहा कि मैं जीवन के अंतिम पड़ाव का सफर कर रहा हूं। मुझे बहुत खुशी है और यह सुनहरा मौका आया है कि प्रधानमंत्री भूमि पूजन करने आ रहे हैं।