अयोध्या में ‍त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था, NSG कमांडोज ने मोर्चा संभाला

जमीन, वायु और जल सभी जगह से रखी जाएगी नजर

संदीप श्रीवास्तव
शनिवार, 20 जनवरी 2024 (16:49 IST)
  • अभेद्य किले में तब्दील हुई अयोध्या
  • संदिग्ध को देखते ही होगा एक्शन
  • सीएम योगी ले रहे हैं सुरक्षा का जायजा
Ram Mandir Pran Pratishtha Ceremony: श्रीराम नगरी अयोध्या 22 जनवरी तक पूर्ण रूप से हाई सिक्योरिटी झोन में रहेगी। पूरी नगरी अभेद्य किले में तब्दील हो गई है। एनएसजी कमांडो अयोध्या पहुंच गए हैं। दरअसल, 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में प्रभु श्रीरामलला की राम मंदिर के भव्य गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। मोदी इस कार्यक्रम के मुख्‍य यजमान होंगे। इस महाआयोजन में देश-विदेश से विशिष्ट व अतिविशिष्ट अतिथियों, साधु-संतों, सिने स्टार्स, खिलाड़ी, चिकित्सक, उद्योगपतियों समेत अन्य हस्तियों को न्योता भेजा गया है। 
 
हर घर का वैरिफिकेशन : इसी के मद्देनजर अयोध्या की सुरक्षा काफी सख्त कर दी गई है। जनपद की सीमा से ही सख्ती शुरू हो जाती है। भारी वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित कर दिया गया है, छोटे वाहनों की पूरी जांच कर जिनके पास निमंत्रण पत्र व पास हैं, उन वाहनों को ही अयोध्या नगरी की सीमा में प्रवेश मिल रहा है। वहीं, अयोध्या की आंतरिक सुरक्षा काफी सख्त कर दी गई है। अयोध्या में रहने वाले एक-एक घर का वैरिफिकेशन किया जा रहा है। घर में प्रमुख रूप से कितने लोग रहते हैं, कोई बाहरी या संदिग्ध व्यक्ति तो नहीं है, इस तरह के सवाल लोगों से पूछे जा रहे हैं। पैरा मिलेट्री फोर्स द्वारा फ्लैग मार्च किया जा रहा है। जगह-जगह बैरीकेटिंग भी की जा रही है।
 
अयोध्या में फूलप्रूफ सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। एक ड्रोन विशेषज्ञ ने जानकारी देते हुए बताया कि विश्व की सबसे आधुनिक तकनीक के एंटी ड्रोन सिस्टम जो इजराइल की कम्पनी द्वारा बनाया गया है। यह विश्व का सबसे आधुनिक तकनीक का एडवांस एंटी ड्रोन है। इस ड्रोन की खासियत है कि यह किसी भी ड्रोन को कैप्चर कर जहां चाहे वह लैंड करा सकता है। 
सीसीटीवी से रखी जाएगी नजर : अयोध्या में सुरक्षा के मद्देनजर आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि अयोध्या पहले से ही संवेदनशील क्षेत्र रही है। सुरक्षा योजना की दृष्टि से हमारे पास सीआरपीएफ, एटीएस, यूपीएसएसएफ, पीएसी और सिविल पुलिस मौजूद है। इसमें नई तकनीक का समावेश किया गया है। श्रद्धालुओं के आगमन के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ की गई है। उन्होंने बताया कोई भी व्यक्ति बगैर जांच-पड़ताल के मंदिर के आस-पास भी नहीं फटक सकेगा। 
 
आईजी के अनुसार अयोध्या मे जगह–जगह चेकिंग प्वाइंट बनाए गए हैं। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे बगैर अनुमति के इस इलाके में ड्रोन नहीं उड़ाए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में रिवर सिक्योरिटी को भी मजबूत किया जाएगा नदी के किनारे सुरक्षा की बेहतर व्यवस्था की जाएगी और लोकार्पण के समय की सुरक्षा व्यवस्था के तहत जिले में 37 शासकीय और अशासकीय जमीनों पर पार्किंग व्यवस्था की जा रही है। यहां भी कैमरे लगे होंगे। 
भारी वाहनों पर प्रतिबंध : 22 व 23 जनवरी को भारी वाहन शहर के भीतर से होकर नहीं जाएंगे। साथ ही जिन लोगों को आमंत्रण दिया गया होगा उनके आने के लिए बेहतर व्यवस्था रहेगी, लेकिन अन्य छोटे वाहनों के लिए भी व्यवस्था लागू की जाएगी कि वह अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकें। डायवर्जन की सूचना विभिन्न माध्यमों से दी जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर खुफिया विभाग चारों ओर सक्रिय रहेगा और आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस का भी सहयोग लिया जाएगा। अराजक तत्वों पर भी पैनी नजर रहेगी।
 
सूट-बूट में नजर आएंगे पुलिसकर्मी : हमेशा खाकी वर्दी पहनकर सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली पुलिस अयोध्या में पहली बार बदली नजर आएगी। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में 288 दरोगा और सिपाही सूट-बूट में विशिष्ट अतिथियों की सुरक्षा करेंगे। इनके खास परिधान लखनऊ में तैयार किए गए हैं।

विशेष रूप से चुने गए इन पुलिसकर्मियों में ज्यादातर खिलाड़ी हैं, जिन्हें विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। वीआईपी ड्यूटी के दौरान ये गहरा नीला कोट, आसमानी नीली शर्ट व ग्रे रंग की पैंट पहनेंगे। अधिकतर पुलिसकर्मियों के परिधान तैयार हो चुके हैं।
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प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में आमंत्रित महानुभावों के लिए जानकारी:

भगवान श्री रामलला सरकार के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा।… pic.twitter.com/3BkCpbJIbM

— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 19, 2024 >
तीर्थ क्षेत्र की प्रवेशिका से ही प्रवेश संभव : प्राण प्रतिष्ठा उत्सव में प्रवेश केवल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा जारी की गई प्रवेशिका के माध्यम ही संभव है। केवल निमंत्रण पत्र से आगंतुकों को प्रवेश सुनिश्चित नहीं हो पाएगा। प्रवेशिका पर बने QR code के मिलान के पश्चात ही परिसर के प्रवेश संभव हो पाएगा।

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