सेक्स में चरम सुख की कुंजी क्या है?

Webdunia
मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017 (12:33 IST)
अलग-अलग यौन रुझान वाली महिलाओं में चरमोत्कर्ष या ऑर्गेज़्म का स्तर भिन्न होता है। किसी पुरुष या लेस्बियन या बाइसेक्सुअल लोगों की तुलना में एक सामान्य महिला सेक्स के दौरान कम ही चरमोत्कर्ष पर पहुंच पाती है। बाइसेक्सुअल वे लोग होते हैं जो महिला और पुरुष दोनों से यौन संबंध बनाते हैं। यह बात अमरीका में 52 हजार छह सौ लोगों पर किए गए एक अध्ययन में सामने आई है।

 
अध्ययन में यह देखा गया कि महिला-पुरुष या अलग-अलग तरह के यौन रुझान वाले व्यक्तियों में सेक्स के दौरान मिलने वाले ऑर्गेज़्म के बीच अंतर कितना है। आर्काइव ऑफ़ सेक्सुअल बिहेवियर नाम से किए गए इस अध्ययन के नतीज़े बताते हैं कि अधिक से अधिक ऑर्गज़्म के लिए जोड़े अपने यौन व्यवहार में अंतर ला सकते हैं।
 
इनमें ओरल सेक्स और अपने साथी को प्यार से छूना और सहलाना शामिल है। अध्ययन में इंडियाना विश्वविद्यालय, चैपमैन विश्वविद्यालय, क्लेयरमांट ग्रैजुएट विश्वविद्यालय शामिल थे। इसके मुताबिक़ आमतौर पर ऑर्गेज़्म हासिल करने वालों का अनुपात इस तरह था।
 
* 65 फ़ीसद सामान्य महिलाएं
* 66 फ़ीसद बाइसेक्सुअल महिलाएं
* 86 फ़ीसद समलैंगिक महिलाएं
* 88 फ़ीसद बाइसेक्सुअल पुरुष
* 89 फ़ीसद समलैंगिक पुरुष
* 95 फ़ीसद सामान्य पुरुष
 
अध्ययन करने वाली टीम का कहना है, ''हालांकि अध्ययन से इस बात के संकेत मिले कि ऑर्गेज़्म के बीच इस अंतर को कम किया जा सकता है।'' टीम के मुताबिक़, ''तथ्य यह है कि एक समलैंगिक महिला किसी सामान्य महिला की तुलना में आमतौर पर अधिक ऑर्गेज़्म हासिल करती है। यह इस ओर इशारा करता है कि कई सामान्य महिलाओं में ऑर्गेज़्म हासिल करने की दर अधिक हो सकती है।''
 
अध्ययन के नतीजों के मुताबिक़ कुछ सामान्य महिलाएं रेगुलसर सेक्स के ज़रिए ही ऑर्गेज़्म तक पहुंच पाती हैं। अध्ययन से यह भी पता चलता है कि सेक्स के दौरान होने वाली अन्य गतिविधियों के साथ-साथ मिल-जुलकर ओरल सेक्स करने का एक अलग ही महत्व है।
 
ज़्यादा ओरल सेक्स से अधिक ऑर्गेज़्म हासिल करने को लेकर सामान्य महिलाओं, समलैंगिक महिलाओं, बाइसेक्सुअल महिलाओं, समलैंगिक पुरुषों और बाइसेक्सुअल पुरुषों में एक पैटर्न है।
 
*केवल सामान्य पुरुषों में ही कोई लिंक नहीं मिला।
*महिलाओं में अधिक ऑर्गेज़्म से जुड़े व्यवहार इस तरह हैं।
*अपने पार्टनर से यह कहना कि बिस्तर पर वो क्या-क्या चाहती है।
*बिस्तर पर किए गए प्रदर्शन के लिए अपने पार्टनर की तारीफ़ करना।
*कोई कामुक चीज़ करने के लिए अपने पार्टनर को टेलीफ़ोन करना या ईमेल करके उसे छेड़ना।
*सेक्सी अंत:वस्त्र पहनना।
*अलग-अलग पोज़िशन में सेक्स करना।
*एनल के जरिए उत्तेजित करना।
*अपनी यौन इच्छाओं के बारे में बातें करना।
*सेक्स से जुड़ी बातें करना और प्यार जताना।
 
*इस अध्ययन में शामिल वैज्ञानिकों का कहना है कि महिला-पुरुषों में ऑर्गेज़्म हासिल करने की दर अलग-अलग होने के सामाजिक और विकासवादी कारक भी हैं।

सम्बंधित जानकारी

क्या मंगल दोष का राजा रघुवंशी की हत्या से कोई संबंध है? पिता का भी छलका दर्द

मेरी खांसी क्यों नहीं जाती, क्या किसी भयानक बीमारी का संकेत या कोरोना के लक्षण, आपके हर सवाल का जवाब

EPFO पर 30 जून तक नहीं करवाया यह काम तो पड़ेगा पछताना, जानें UAN एक्टिव करने की प्रोसेस

120 पुलिसवालों ने ऐसे दिया 'ऑपरेशन हनीमून' को अंजाम, पति की कातिल सोनम रघुवंशी को ऐसे घेरा

शिलांग के SP ने बताई राजा रघुवंशी केस सुलझाने की पूरी कहानी, कहा- मेघालय को बदनाम किया

OnePlus 13s : Samsung-Apple को टक्कर देने आया वन प्लस का सस्ता स्मार्टफोन, जानिए क्या है कीमत, मिलेगा 5000 तक का डिस्काउंट

Realme C73 5G लॉन्च, सस्ती कीमत में महंगे फोन के फीचर्स

TECNO POVA Curve 5G : सस्ता AI फीचर्स वाला स्मार्टफोन मचाने आया तहलका

फोन हैकिंग के हैं ये 5 संकेत, जानिए कैसे पहचानें और बचें साइबर खतरे से

NXTPAPER डिस्प्ले वाला स्मार्टफोन भारत में पहली बार लॉन्च, जानिए क्या है यह टेक्नोलॉजी

अगला लेख