पहला अध्ययन : शोध में शामिल कैंब्रिज विश्वविद्याल की डॉक्टर वेलेरी वून ने बीबीसी से कहा कि यह इस दिशा में पहला अध्ययन है और नतीजों के आधार पर स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा जा सकता कि इसे सेक्स की लत कहा जाए या नहीं।
उन्होंने कहा कि जितनी कम उम्र में लोग नशे के पदार्थों के संपर्क में आते हैं उतनी ही ज्यादा संभावना उनके आदी बन जाने की होती है।
एसोसिएशन फॉर ट्रीटमेंट ऑफॉ सेक्स एडिक्शन एंड कंपलसिविटी से जुड़ी पॉला हॉल कहती हैं कि इंटरनेट अब चौबीस घंटे सेक्स सामग्री उपलब्ध करा रहा है।
उन्होंने बीबीसी न्यूज से कहा, 'ऐसे युवाओं की संख्या बढ़ रही है जो अपना जोश बरकरार नहीं रख पाते हैं क्योंकि पोर्न सामग्री पर उन्होंने अपनी ऊर्जा खर्च कर दी है।'
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को सेक्स का आदी कहना विवादित होगा क्योंकि अभी इस दिशा में पूरी तरह शोध नहीं किए गए हैं।