Holi Health Tips : होली की 10 सावधानियां याद रखें फिर खेलें रंग

Webdunia
बुधवार, 16 मार्च 2022 (15:14 IST)
होली रंगों का त्‍योहार है। इस पर्व का नाम सुनते ही सभी मस्‍ती के मूड में आा जाते हैं। रंग और पकवान का लुत्‍फ उठाते हुए खूब मस्‍ती की जाती है। सभी एक-दूसरे को रंग-बिरंगे कलर लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। इस मौज मस्‍ती के त्‍योहार में अब केमिकल्‍स की गंध भी मिला दी गई है। जिससे आपकी स्किन, बाल आखों के लिए खतरा बन गया है। इस बार होली पर 10 सावधानी बरतें और जिससे आप रंग भरे त्‍योहार का मजा डबल ले सकेंगे- 
 
- प्राकृतिक रंग का ही इस्‍तेमाल करें। 
 
- पूरी बाहों के कपड़ें पहनें। 
 
- होली खेलने से पूर्व अपनी पूरी बॉडी पर अच्‍छे से तेल लगा लें...ताकि त्‍वचा पर पक्‍का रंग एकदम से नहीं चढ़ेगा। और स्किन को भी नुकसान नहीं होगा।
 
- बालों में भी नारियल या बादाम का तेल लगा लें। इससे बालों में पक्‍का कलर नहीं चढ़ेगा। 
 
- होली मौज-मस्‍ती का त्‍योहार है इसलिए भांग या अल्‍कोहल यूक्‍त चीजों का नहीं करें। 
 
- होली खेलने के बाद त्‍वचा में जलन, आंखों में धुंधलापन या जलन होने पर डॉक्‍टर से जरूर संपर्क करें। 
 
- केमिकलयुक्‍त पानी से बचें। सेफ्टी से खेलें। 
 
- होली खेलने के दौरान काले या सिल्‍वर कलर का इस्‍तेमाल नहीं करें। 
 
- बालों पर छोटी पॉली बैग या शॉवर कैप लगाएं और इसके बाद कैप लगा। साथ ही आपनी त्‍वचा की देखभाल के लिए आप मास्‍क भी लगा सकते हैं। 
 
- बहुत देर तक पानी में होली नहीं खेलें। इसके बाद आपकी स्किन और अधिक ड्राई हो जाएगी। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या अपने पालतू जानवर के साथ एक बेड पर सोना है सही? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ

बदलते भारत में सेक्स बदलने की होड़, हॉर्मोन की गड़बड़ी या कोई मनोविकृति?

10 दिनों तक खाली पेट पिएं दालचीनी का पानी, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मददगार हैं आसानी से मिलने वाले ये 9 आयुर्वेदिक हर्ब्स

ये है मोबाइल के युग में किताबों का गांव, पढ़िए महाराष्ट्र के भिलार गांव की अनोखी कहानी

सभी देखें

नवीनतम

पुण्यतिथि विशेष: मोटीवेशनल स्वामी विवेकानंद कोट्स

बिना धूप में निकले कैसे पाएं ‘सनशाइन विटामिन’? जानिए किन्हें होती है विटामिन डी की कमी?

बारिश है पसंद तो बेटी को दीजिए बरखा से प्रभावित ये नाम, अर्थ भी हैं सुन्दर

'मां' और ‘ममता’ की धरती पर क्यों खतरे में है स्त्री की अस्मिता!

यंगस्टर्स में बढ़ती जा रही हार्ट अटैक की समस्या, क्यों है खतरे की घंटी?

अगला लेख